मलाई गिरी पर्वत के चंदन से गौड़ीय मठ के राधा माधव जी के लेपन के साथ ही 21 दिवसीय चंदन यात्रा का शुभारंभ
चण्डीगढ़ :
श्री चैतन्य गौड़ीय मठ, सेक्टर 20 में अक्षय तृतीया के दिवस पर 21 दिवसीय चंदन यात्रा महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ बहुत ही हर्षोल्लास से विधिपूर्वक प्रारंभ हुआ। मठ के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर मठ मंदिर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सुबह मंगला आरती के पश्चात प्रवचन श्री हरि नाम संकीर्तन आयोजित किया गया। स्वामी बामन जी महाराज भक्तों को संबोधित करते हुए बताया कि आज से लगभग 550 वर्ष पूर्व माधवेंद्र पुरी नामक वैष्णो भक्त को भगवान कृष्ण स्वप्न में दर्शन देकर कहा कि मेरा शरीर गर्मी के कारण तप रहा है। इसको शीतल करने के लिए पुरी धाम स्थित मलाई गिरी पर्वत से चंदन लाकर लेप किया जाए। भगवान की आज्ञा पाकर मानवेंद्र पुरी जी चंदन लेने पूरी धाम निकल पड़े। तब से यह प्रथा निरंतर चलती आ रही है। आज भी मलाई गिरी पर्वत का चंदन, जोकि पुरी धाम, उड़ीसा में स्थित है। वहां का चंदन सर्वश्रेष्ठ एवं सुगंधित माना जाता है। आज भी भक्त लोग उसी चंदन को घिसकर भगवान का लेपन करते हैं। यह चंदन यात्रा अक्षय तृतीय से लेकर 21 दिनों तक निरंतर चलती रहेगी। इस विशेष अवसर पर भगवान श्री राधा माधव जी की आकर्षित बेशकीमती पोशाक ब्रज शैली में वृंदावन से तैयार करवाई गई है। प्रतिदिन भक्त लोग प्रातः काल से लेकर दोपहर तक चंदन को घिसकर भगवान का लेपन करेंगे।