भाजपा नेता तरुण चुग का सोनिया गांधी की ‘नफरत के वायरस’ वाली टिप्पणी पर पलटवार
भाजपा नेता चुग ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया, ‘कांग्रेस ने नफरत के वायरस को दशकों तक अपने चरम पर रखा, जो कांग्रेस आज हमें सलाह दे रही है। उसने वोट बैंक की राजनीति के लिए देश की संस्कृति को नष्ट कर दिया।’ कांग्रेस पर आगे हमला करते हुए भाजपा नेता चुग ने कांग्रेस के कार्यकाल में हुए दंगों और फैसलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘जिस पार्टी के शासन में हर साल चार दंगे होते थे और कुख्यात शाह बानो फैसला सुनाया जाता था, वह आज सांप्रदायिकता की बात कर रही है।’
- कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर लेख लिखा
- उन्होंने कहा- खान-पान और पहनावे को लेकर भेदभाव पैदा किया गया
- यह नफरत और विभाजन का वायरस है: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी
नई दिल्ली(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट .
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने शनिवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ‘नफरत का वायरस’ वाली टिप्पणी पर निशाना साधा और कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी दशकों से वोट बैंक की राजनीति के लिए “घृणा फैला रही है।” चुग ने एएनआई को बताया, “जो कांग्रेस आज हमें सलाह दे रही है, उसने ही नफरत के वायरस को दशकों तक अपने पास रखकर उसे बढ़ावा दिया और देश की संस्कृति को वोट बैंक की राजनीति के लिए बर्बाद कर दिया।”
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नफरत, कट्टरता और असहिष्णुता देश को अपनी चपेट में ले रही है, अगर इन्हें रोका नहीं गया तो यह समाज को नुकसान पहुंचाएगा। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपने एक लेख में लोगों से आह्वान किया है कि इसे आगे नहीं बढ़ने दिया जाए। उन्होंने लोगों से ‘घृणा की इस प्रचंड आग और सुनामी’ को रोकने का आग्रह किया। लेख में सोनिया ने लिखा कि अगर इस आग को नहीं रोका गया तो ये पिछली पीढ़ियों द्वारा इतनी मेहनत से बनाई गई सभी चीजों को नष्ट कर देगी।
इस लेख में सोनिया ने ‘नफरत के वायरस’ की बात कही है। उन्होंने लिखा कि नफरत और विभाजन का वायरस है जो अविश्वास को बढ़ाता है और देश में स्वस्थ बहस को दबाता है ये एक देश और समाज के रूप में हमें नुकसान पहुंचा रहा है। इस दौरान उन्होंने सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे लोगों को हिदायत क्यों नहीं देते जो ऐसी बातें करते हैं जिससे समाज में विभाजन होता है? उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या भारत को स्थायी ध्रुवीकरण की स्थिति में होना चाहिए? उसने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल स्पष्ट रूप से भारत के नागरिकों को यह विश्वास दिलाना चाहता है कि ऐसा वातावरण उनके सर्वोत्तम हित में है।
भाजपा नेता चुग ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया, ‘कांग्रेस ने नफरत के वायरस को दशकों तक अपने चरम पर रखा, जो कांग्रेस आज हमें सलाह दे रही है। उसने वोट बैंक की राजनीति के लिए देश की संस्कृति को नष्ट कर दिया।’ कांग्रेस पर आगे हमला करते हुए भाजपा नेता चुग ने कांग्रेस के कार्यकाल में हुए दंगों और फैसलों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘जिस पार्टी के शासन में हर साल चार दंगे होते थे और कुख्यात शाह बानो फैसला सुनाया जाता था, वह आज सांप्रदायिकता की बात कर रही है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की एक स्पष्ट नीति है जो ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ है। मैं सोनिया गांधी जी से एक अनुरोध करूंगा कि जितना हो सके अपने शब्दों का चयन सोच कर करें।’ चुग ने कहा कि अगर कांग्रेस के अपने ही दिल में झांकेगी तो, उसे पता चलेगा कि अगर कोई संगठन सबसे ज्यादा सांप्रदायिकता फैलाता है, तो वह कांग्रेस खुद है।
इसके अलावा, करौली हिंसा पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘कांग्रेस के शहजाद पूनावाला ने कहा था कि नफरत का वायरस हमारे बीच बिल्कुल मौजूद है। इसका सबसे दुर्जेय चेहरा राजस्थान के करौली में देखा गया था, जब हिंदू विरोधी हिंसा हुई थी। और वहां पुलिस राजस्थान प्रशासन की मूकदर्शक बनी रही और आज भी मुख्य आरोपी फरार है।’
आपको बता दें कि भाजपा नेता चुग का यह पलटवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा शनिवार को केंद्र और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर दिए गए बयान के बाद आया। जब उन्होंने भाजपा व आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि नफरत, कट्टरता, असहिष्णुता और झूठ का वायरस आज देश को अपनी चपेट में ले रहा है।