पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप और शगुन स्कीम के अंतर्गत 214.16 करोड़ रुपए जारी: डॉ. बलजीत कौर
- हर जि़ले में बनाए जाएंगे अम्बेडकर भवन
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारता मंत्री द्वारा अधिकारियों को अन्य हिस्सेदारों के साथ मिलकर काम में तेज़ी लाने के निर्देश
- कैबिनेट मंत्री ने अलग-अलग कल्याण योजनाओं का लिया जायज़ा
चण्डीगढ़, 29 मार्च:
आआपा सरकार द्वारा दिए गए भरोसे पर खरा उतरते हुए पंजाब के सामाजिक न्याय एवं अधिकारता मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने आज पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप और शगुन स्कीम के अंतर्गत 214.16 करोड़ रुपए जारी किए।
इस संबंधी जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विभाग का प्रभार संभालने के बाद उनकी तरफ से बकाए निपटाने सम्बन्धी किए गए वायदे के मुताबिक पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के अंतर्गत मार्च 2022 तक के बकाया को कलियर करते हुए 184 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं, जबकि शगुन स्कीम के अंतर्गत दिसंबर 2021 तक 30.16 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि हर जि़ले में अम्बेडकर भवन बनाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की कि वह इन भवनों के निर्माण के लिए किफ़ायती ढंग से अन्य सरकारी संस्थानों से महारत प्राप्त करें। मौजूदा अम्बेडकर भवनों के रख-रखाव की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि कुछ पुरानी इमारतों की तत्काल देख-रेख की ज़रूरत है और मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के दूरदर्शी नेतृत्व अधीन आप सरकार अम्बेडकर भवनों के निर्माण और रख-रखाव के लिए प्रतिबद्ध है।
विभिन्न कल्याण योजनाओं का जायज़ा लेते हुए कैबिनेट मंत्री ने सभी कल्याण योजनाओं के लिए अतिरिक्त फंड आवंटित करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय फंड वाली योजनाओं संबंधी बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि वह फंड जल्द जारी करने के लिए केंद्र सरकार के सम्बन्धित विभागों के समक्ष मामला उठाएंगे, जिससे हमारे कमज़ोर वर्गों को किसी किस्म की मुश्किल का सामना ना करना पड़े।
डॉ. कौर ने आगे कहा कि बैकफिंको की विभिन्न लोन स्कीमों जैसे कि डायरेक्ट लोन स्कीम, एन.बी.सी.एफ.डी.सी., ऐजूकेशन लोन स्कीम, माईक्रो फाईनेंस स्कीम, महिला समृद्धि योजना और अन्य योजनाओं का लाभ लोगों के लिए सुनिश्चित बनाया जाए।
बैठक के दौरान अन्यों के अलावा प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय और अधिकारता एवं अल्पसंख्यक जी. रमेश गंटा, कार्यकारी निदेशक एस.सी. और बी.सी कॉर्पोरेशन श्री मालविन्दर सिंह जग्गी, निदेशक एसजेईएम और उप योजना राज बहादुर सिंह उपस्थित थे।