अगर ‘हम’ हार गये तो राजनीति छोड़ देंगे : केजरीवाल
दिल्ली एमसीडी चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर भाजपा पर हमला कर बोल दिया है। इस बार सीएम केजरीवाल ने भाजपा को खुला चैलेंज दे दिया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है कि भाजपा एमसीडी के चुनाव समय पर कराए और जीतकर दिखाए। केजरीवाल ने कहा कि अगर ‘हम’ (आआपा/अरविंदकेजरिवल) हार गये तो राजनीति छोड़ देंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज शहीदी दिवस है। भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु तीनों को आज फांसी पर लटकाया गया था। तीनों ने देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। देश आजाद हुआ, एक संविधान बना, संविधान में जनता को पूरी ताकत दी गई कि जनता अपनी सरकार चुनें और वह सरकार जनता के सपनों को पूरा करे।
नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
दिल्ली के तीनों नगर निगमों का चुनाव दिल्ली के उपराज्यपाल के आदेश से अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी का दावा है कि बीजेपी उनकी पार्टी से डर रही है, इसलिए उन्होंने चुनाव को टाल दिया। इसलिए इस मसले पर आप और बीजेपी एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तो पीएम मोदी को खुली चुनौती तक दे डाली है।
अरविंद केजरीवाल ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुलेआम चुनौती दी है, अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि “अगर भाजपा में हिम्मत हो तो वो एमसीडी के चुनाव समय पर करा कर और जीतकर दिखाएं, अगर ऐसा उन्होंने कर के दिखा दिया तो हम राजनीति छोड़ देंगे”
केजरीवाल ने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव टालना शहीदों का अपमान है जिन्होंने अंग्रेजों को देश से भगाकर देश में जनतंत्र स्थापित करने के लिए कुरबानियाँ दीं थीं। आज ये हार के डर से दिल्ली नगर निगम के चुनाव टाल रहे हैं, कल ये राज्यों और देश के चुनाव टाल देंगे। बीजेपी MCD के चुनाव टाल रही है कि दिल्ली के तीनों निगम एक कर रहे है क्या इस वजह से चुनाव टल सकते हैं? कल ये गुजरात हार रहे होंगे तो क्या ये कह कर टाल सकते हैं कि गुजरात और महाराष्ट्र को एक कर रहे हैं? क्या इसी तरह का कोई बहाना बना कर लोक सभा चुनाव टाले जा सकते हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा मिली जानकारी के अनुसार दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार दक्षिण दिल्ली नगर निगम, उत्तर दिल्ली नगर निगम और पूर्व दिल्ली नगर निगम का विलय करके पुनः दिल्ली नगर निगम को स्थापित करना चाहती है। जिससे आप बेहद खफा नजर आ रही है। आआपा का कहना है कि इससे दिल्ली नगर निगम में सीटों की संख्या कम हो जाएगी जिस कारण एक बार फिर से सभी वार्ड के परिसीमन का कार्य शुरू होगा जो लम्बे समय तक चल सकता है।