प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू , पंचकुला में कांस्टेबल जीडी रिकरूट महिला बैच का हुआ दीक्षांत एवं शपथ समारोह
पंचकूला, 22 मार्च:
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू , पंचकुला में 472वां जीडी रिकरूट बैच के 27 राज्यों के 173 हिमवीर एवं 341 हिमवीरांगनाएं कुल-514 प्रशिक्षणार्थियों की दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस वर्ष का ये सबसे बड़ा कांस्टेबल जीडी रिकरूट महिला बैच है। इससे पूर्व वर्ष 2010 में 202 महिला कांस्टेबल जीडी रिकरूट ने ट्रेनिंग ली थी।
संजय अरोड़ा, महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, इस दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह के मुख्य अतिथि थे।
ईश्वर सिंह दूहन, महानिरीक्षक द्वारा मुख्य अतिथि महोदय का स्वागत किया गया। इस भव्य समारोह में बल के समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे। इस परेड की कमान कांस्टेबल/जी0डी0 जौनी कुमार, 38वीं वाहिनी ने संभाली और कांस्टेबलध्जी0डी0 जौनी कुमार सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थी घोषित किया गया।
मुख्य अतिथि द्वारा विजेताओं को ट्रोफियॅा देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को बेसिक प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाए देते हुए कहा कि आज सभी प्रशिक्षणार्थी अपनी बेसिक ट्रेनिंग पूर्ण करने के उपरांत इस बल के हिमवीर परिवार में एक प्रशिक्षित सदस्य के रूप में शामिल हो गये हैं। सभी बहुत भाग्यशाली हैं, कि उन्हें देश सेवा का अवसर आई.टी.बी.पी. जैसे अनुशासित बल में प्राप्त हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षणार्थियों ने जो इस केन्द्र में ज्ञान अर्जित किया है, उसे कायम रखते हुये अपने जीवन में और अधिक सीखने का प्रयास करेगें।
इसके उपरांत बैंड का प्रदर्शन, पी०टी०, वन मिनट ड्रिल तथा बल की जांबाज टीम द्वारा बाइकर्स पर विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन किये गये, जिसे दर्शक दीर्घा में बैठे हुये लोंगो द्वारा बहुत सराहना की गई। इसी दौरान प्राथमिक प्रशिक्षण में तैनात पदाधिकारियों को बल में उत्कृष्ट कार्य करने पर अतिथि महोदय द्वारा विभिन्न पदकों तथा प्रशस्ति पत्रों से सम्मानित किया।
इस प्रशिक्षण का मुख्य उददेश्य प्रत्येक सैनिक को वास्तविक युद्व में तैनात होने की तैयारी के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित करना है।
इस प्रशिक्षण में महिलाओं ने अपनी विशेष भूमिका निभाई है यह महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण है कि अपनी देश की सेवा के लिए महिलाएं आगे बढ रही हैं।
44 सप्ताह की कठोर प्रशिक्षण ने प्रत्येक महिला को तन, मन और धन से मजबूत बनाया है, ताकि देश की सेवा के साथ-साथ अपनी पारिवारिक जिम्मेवारियां भी निभा सके। प्रशिक्षण के दौरान श्री ईश्वर सिंह दूहन, महानिरीक्षक द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों का मनोबल बढाया गया है।
शारीरिक तथा मानसिक रूप से सक्षम बनाने के उददेश्य से इन प्रशिक्षणार्थियों को ड्रिल, वैपन, मैप रीडिंग तथा हथियारों की सिखलाई इत्यादि विषयों पर 44 सप्ताह का कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिससे प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी आने वाली सभी चुनौतियों का सामना आसानी से कर सके।अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दी गई।