‘होली हमारा त्योहार नहीं, मैं शुभकामना नहीं दूँगा’: हाथ में से कलावा काटकर फेंकने वाले सपा के विधाया रमाकांत यादव बोले- मैं इसे नहीं मानता
रमाकांत यादव ने सवाल करते हुए कहा कि होली लोग क्यों मनाते हैं? हम इससे बहुत दु:खी हैं और यही कारण है कि लोगों को होली का त्योहार मनाने से मना करते हैं। उन्होंने कहा कि वह होली की शुभकामनाएं तो नहीं देंगे, लेकिन 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जयंती आ रही है, डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाएं. उसकी शुभकामनाएं हम जरूर देंगे।
लखनऊ/आजमगढ़, डेमोक्रेटिक फ्रंट:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, ऐसे में चुनाव की टेंशन खत्म हो गई और सभी दलों के नेताओं ने अच्छे से होली मनाई। इसी बीच आजमगढ़ के फूलपुर पवई से निर्वाचित सपा विधायक बाहुबली नेता रमाकांत यादव ने होली को लेकर ही विवादित बयान दे दिया। सपा विधायक रमाकांत यादव ने कहा कि कि मैं खुद होली नहीं मनाता हूं और लोगों को होली का त्योहार मनाने से मना भी करता हूं… क्योंकि होली हम लोगों का त्योहार नहीं है!
जनपद के लोग जहां होली के पर्व को हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में मनाने को मशगूल थे, वहीं सपा के फूलपुर पवई विधायक और पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने मीडिया को एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद होली नहीं मनाता हूं और लोगों को होली का त्योहार मनाने से मना भी करता हूं। होली हम लोगों का त्योहार नहीं है।
आजमगढ़ को लेकर यादव ने कहा, “मैं खुद होली नहीं मनाता हूँ और लोगों को होली का त्योहार मनाने से मना भी करता हूँ। होली हम लोगों का त्योहार नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “होली लोग क्यों मनाते हैं? हम इससे बहुत दु:खी हैं। यही कारण है कि लोगों को होली का त्योहार मनाने से मना करते हैं।”
त्योहार में भी जबरन राजनीति घुसाने की कोशिश करते हुए रमाकांत यादव ने कहा, “हम बाबा साहेब के अनुयायी हैं। हम इनकी जयंती पर शुभकामना संदेश देंगे। 14 अप्रैल को बाबा साहेब का जन्मदिन आ रहा है। सभी लोग बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती मनाएँ।”
यह पहली बार नहीं है कि रमाकांत यादव ने इस तरह का बयान दिया हो। इससे पहले उन्होंने अपने हाथ में से कलावा (रक्षासूत्र) को काट कर फेंक दिया था। उस दौरान यादव ने कहा था, “हम लोग शूद्र हैं।” जब देश में कोरोना के कारण सरकार लॉकडाउन लगा रही थी, तब यादव ने कहा था कि कोरोना अगर उनके पास आ जाए तो वह गले लगा लें। उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी को लेकर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था, “जिस गाड़ी में बीजेपी की झंडी, उस गाड़ी में देश का सबसे बड़ा पाखंडी।”
लोगों के बीच दहशत का एक नाम रमाकांत यादव, आजमगढ़ से 4 बार सांसद और 4 बार विधायक रहे है। इस बार के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने उन्हें फूलपुर पवई विधानसभा से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। इस सीट से यादव ने बीजेपी के रामसूरत राजभर को 25,306 वोटों से हरा दिया था।