सोनीपत पुलिस के लिए मायने नहीं रखती किसी की जान की कीमत
- जिला सोनीपत से दिल दहला देने वाली घटना आयी सामने। पती के अवैध सम्बंध का विरोध करने के कारण महीला को उतरना पड़ा मौत के घाट
डेमोरेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
जी बात यहाँ हो रही है पानीपत की रहनेवाली सोनिया की जो कि मूल रूप से सोनीपत की थी और करीब 10-12 साल पहले उसके परिवार वालों ने उसको पानीपत के जितेंद्र उर्फ जीतू के साथ शादी के बंधन में बांध दिया था, लेकिन इस बात का उनको ज़रा भी अंदेशा न था कि उन्होंने अपनी बेटी को ससुराल नही बल्कि अपने ही हाथों से नर्क में धकेल दिया। शादी महज कुछ ही समय बाद सोनिया का अपने पती जितेंद्र से झगड़ा होने लगा कारण था जीतू के अन्य महिलाओं के साथ अवैध सम्बंध यह सब चलता ही रहा पूरे 10 साल तक सोनिया ने इतनी पीड़ा सही और उसको इन सबसे छुटकारा तब मिला जब उसके पति ने खुद अपने ही हाथों उसे मौत के घाट उतार दिया। जीतू का कहना है कि मौत गाड़ी के नहर में गिरने से हुई है उसने कहा कि वह सोनिया के साथ कहीं जा रहा था और रास्ते में गाड़ी का आपा खो देने से गाड़ी नहर में जा गिरी और डूबने से सोनिया की मौत हो गयी । अब सवाल यह उठता है कि अगर गाड़ी गिर गयी जीतू खुद कैसे बचा औऱ अगर अगर जैसे तैसे करके उसने खुद को बचा भी लिया तोह अपनो बीवी को बचाने का प्रयास क्यों नही किया और इस घटना में गौरतलब यह है कि गाड़ी को जब क्रेन की सहायता से नहर जे निकाला गया तब न तो गाड़ी पर कोई स्क्रैच दिख और तोह और गाड़ी की सब खिड़की दरवाज़े एक दम बन्द थे और उसमें सोनिया का शव नही था और यह बात बीबी काफी हैरत अंगेज़ कर देने वाली है कि घटना स्थल से क्रीप 8-9 किलोमीटर दूर जाकर सोनिया का शव वह भी दो दिन बाद पुलिस के हाथ लगता है ।
मामले में सोनिया के भाई सुधीर का आरोप है कि यज कोई घटना नही बल्कि एक सोची समझी साज़िश है क्योंकि जीतने खुद अपने मुंह से एक बार पहले सुधीर से कहा था कि तुम्हारी बहन किसी काम की नबी है एक काम करो इसको गाड़ी में बिठाकर नहर में धक्का देकर मार दो , तोह अब सुधीर का सवाल यह है कि इतना बड़ा इत्तेफाक कैसे हो सकता है कि पहले व्यक्ति पूरी योजना बनाई उसके बाद वैसी ही घटना घट भी जाये ।
सुधीर ने बतायया की इसको साबित करने के लिए उसले पास तमाम सबूत मौजूद हैं उसने बताया उसके पास उसकी बहन की लिखी डायरी बीबी है जिसमे सोनिया ने सब कुछ अपने हाथ से लिखा है और उसमें उसने यह भी लिखा है अगर कल को वह मरती भी ह तोह उसका कातिल को होगा, उसमे उसने अपने पती जितेंद्र और जितेंद्र के भाई नरेंद्र और उसकी पत्नी…..और अपनी नन्द का नाम लिखा
सुधीर ने यह भी बताया कि सारी फ़ोन कॉल रेकॉर्डिंग और विडियो रेकॉर्डिंग और यह डायरी जिनसे साबित होता है कि यह कोई दुर्घटना नही बल्कि सोची समझी चाल है और उनकी बहन का क़त्ल किया गया है फिर भी सोनीपत पुलिस कोई कार्यवाही करना तोह डर उल्टा इनको समझौता करने के लिए दवाब बनाये जा रही है।
सुधीर ने बताया कि बहन की मृत्यु के बाद जो भी रस्म क्रिया थी उसमे सोनिया के ससुराल से कोई भी शामिल न हुआ यहाँ तक कि सोनिया के बच्चे बेटी खुशी और बेटे प्रिंस को भी उनकी माँ के अंतिम दर्शन के लिए नही लाया गया