मुआवजे के साथ फौरन जल निकासी की भी व्यवस्था करे सरकार- हुड्डा
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की किसानों के लिए मुआवजे की मांग
- कहा- लगातार कई दिन से हो रही बारिश के चलते कई फसलों को हुआ नुकसान
- किसानों को अबतक नहीं मिला पिछले सीजन में हुए नुकसान का मुआवजा- हुड्डा
- किसानों के प्रति अपना रवैया बदले सरकार, अन्नदाता को परेशान करना बंद करे- हुड्डा
24 जनवरी, चंडीगढ़ः
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के लिए मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि पिछले लगभग 2 हफ्ते से लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। आलू समेत सब्जी की कई फसलें तो पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। गेहूं और सरसों के किसानों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा है। इसलिए सरकार को बिना देरी किए किसानों को हुए नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाकर तत्काल मुआवजा देना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि पिछले कई सीजन से किसान लगातार मौसम की मार झेल रहे हैं। बार-बार उनकी तरफ से मुआवजे की भी मांग की जाती है। लेकिन, ना बीमा कंपनियों की तरफ से और ना ही सरकार द्वारा उनके नुकसान की भरपाई की गई। पिछले सीजन में भी ज्यादा बारिश और जलभराव की वजह से साढ़े पांच लाख एकड़ से ज्यादा फसलों का खराबा हुआ था। लेकिन, आज तक किसान मुआवजे का इंतजार ही कर रहे हैं। ना सरकार ने मुआवजा दिया और ना ही जलभराव की समस्या का कोई समाधान किया। इसके चलते किसानों को पिछली फसल का तो नुकसान हुआ ही, इस सीजन में भी वे बुवाई नहीं कर सके। ऐसे में सरकार को उन किसानों के लिए डबल मुआवजे का ऐलान करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार को पिछले दिनों हुई बारिश के चलते हुए व्यापक जलभराव की निकासी के लिए भी फौरन व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि किसानों को और अधिक नुकसान से बचाया जा सके।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वे कोरोना संक्रमण की वजह से आइसोलेशन में हैं। लेकिन, जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ होकर किसानों के बीच पहुंचेंगे। क्योंकि, उन्हें लगातार किसानों की शिकायतें मिल रही हैं। कहीं उन्हें मौसम की मार झेलनी पड़ रही है तो कहीं सरकारी कुप्रबंधन। सरकारी अनदेखी की वजह से पहले उन्हें डीएपी नहीं मिला, अब यूरिया और सूरजमुखी के बीज के लिए उनके चक्कर कटवाए जा रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि सरकार अपने रवैये को सुधारे और अन्नदाता को परेशान करना बंद करे।