2022 शुरु हुए तीन हफ्ते बीत गये, भाजपा सरकार बताए किसान की आमदनी दोगुनी कब होगी – दीपेंद्र हुड्डा

  • ·         किसान की आमदनी दोगुनी तो दूर, कर्जा और खर्चा दोगुना हो गया – दीपेंद्र हुड्डा
  • ·         हर साल 2 करोड़ रोजगार के हिसाब से 16 करोड़ रोजगार कहां मिले – दीपेंद्र हुड्डा
  • ·         हरियाणा में घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार, लूट-खसोट का राज – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 22 जनवरी:

 सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा सरकार से सीधा सवाल पूछते हुए कहा कि 2022 शुरु हुए तीन हफ्ते बीत गये हैं, सरकार बताए किसान की आमदनी दोगुनी कब होगी? उन्होंने कहा कि किसान की आमदनी दोगुनी होना तो दूर की बात है, उसका कर्जा और खर्चा दोगुना हो गया है। बढ़ती महंगाई ने किसानों और आम गरीब की कमर तोड़ दी है। डीजल, खाद, बीज, कृषि उपकरण आदि महंगे होने से खेती की लागत बढ़ गयी। किसान की आमदनी बढ़ने की बजाय घट गयी है। डीजल का भाव दोगुना हो गया। खाद के कट्टे का भाव दोगुना हो गया। बाजार में खाद्यान्नों की कीमत रोज नये रिकार्ड बना रही है, लेकिन किसानों को उनकी फसल का लागत भाव भी नहीं मिल रहा है। प्रदेश भर में खाद की किल्लत और कालाबाजारी से किसान परेशान हैं। पुलिस थानों में खाद बंटवाने की नौबत आ गयी है। भाजपा राज में किसान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।

उन्होंने आगे कहा कि महंगाई की मार झेल रहे किसान को सबसे बड़ा दुःख इस बात का है कि जो टमाटर बाजार में 100 रुपये किलो तक बिका। ये टमाटर कोई प्रधानमंत्री के ड्राईंगरुम में पैदा नहीं हुआ, बल्कि उसी किसान के खेत में पैदा हुआ था जिसे अपने खाने के लिये बाजार से 100 रुपये किलो का टमाटर खरीदना पड़ा। जब किसान के खेत में टमाटर था तो उसे किसी भाव नहीं खरीदा गया, इससे दुःखी किसानों ने अपना टमाटर ट्रालियों में भरकर सड़कों पर फेंक दिया। उन्होंने पूछा कि चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में धान 5000-6000 रुपया कुंतल बिका, उसका दोगुना 10000-12000 रुपया होता है; गेहूं 1600 रुपये कुंतल बिका, जिसका दोगुना 3200 रुपये कुंतल होता है; हमने जब सरकार छोड़ी तब गन्ना 311 रुपया कुंतल था, इसका दोगुना 622 रुपया कुंतल का भाव कब होगा?

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। 8 वर्ष हो गये, इस हिसाब से 16 करोड़ रोजगार मिलने चाहिए थे। 16 करोड़ रोजगार का मतलब है कि हर घर में 1 रोजगार। लेकिन भाजपा सरकार ने हर तीसरे हरियाणवी को बेरोजगार बनाकर छोड़ दिया है। आज देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 34.1% हरियाणा में है। हरियाणा में घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार, लूट-खसोट का राज चल रहा है। भर्तियों के नाम पर पेपर लीक, परीक्षा रद्द, फर्जीवाड़ा और घूसखोरी चल रही है। अब तो भाजपा ने हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार, किसान की दोगुनी आमदनी और हर व्यक्ति के खाते में 15 – 15 लाख रुपये देने का जिक्र तक बंद कर दिया है।

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