मूक बधिर से न बलात्कार न किसी प्रकार का अत्याचार रास्थान पुलिस और कॉंग्रेस के ब्यान
हाथरस मामले में पीड़िता के घर जाकर परिजनों से मिलने वाली प्रियंका गाँधी को अलवर रेप केस में न्याय की माँग करने वाले प्रदर्शनकारियों की आवाज तक नहीं सुनाई दे रही है। आज इस संबंध में भाजपा ने उस होटल के बाहर प्रदर्शन किया जहाँ प्रियंका अपना जन्मदिन मनाने के लिए रुकी हुई हैं। ‘शेर बाग होटल’ सवाई माधोपुर के रणथम्भौर में है, जहाँ प्रियंका वाड्रा अपने पति और बच्चों के साथ जन्मदिन मनाने छुट्टियों पर गई हैं। अजीब बात ये है कि जो प्रियंका हाथरस घटना के समय पीड़ित परिजनों से मिलने उनके घर तक चली गई थीं, वो प्रियंका वाड्रा होटल के बाहर खड़ी लड़कियों की आवाज सुनने के बाद भी उनसे मिलने नहीं आईं। इस घटना के बाद कई लोग प्रियंका वाड्रा की हिपोक्रेसी भी उजागर कर रहे हैं जो यूपी चुनाव में महिलाओं के नाम पर अपनी राजनीति कर रही हैं और अपने प्रदेश में उनकी अनदेखी कर रही हैं।
डेमोक्रेटिक फ्रंट(ब्यूरो), जयपुर/ :
राजस्थान के अलवर में बहुचर्चित दिव्यांग रेप केस में नया मोड़ आ गया है। पुलिस का दावा है कि मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जयपुर में नाबालिग का पांच डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल जांच की जिसमें दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अलवर की पीड़िता से बात की है। यूपी कांग्रेस के सह प्रभारी सचिव धीरज गुर्जर ने देर रात ट्वीट कर प्रियंका गांधी के पीड़िता के पिता से बात करने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश दिए जाने की जानकारी दी।
धीरज गुर्जर ने ट्वीट किया, ‘अलवर में जो घटना घटी है, वो बर्दाश्त नहीं है। पीड़िता के पिता से प्रियंका गांधी की फ़ोन पर बात हुई है। उन्हें हर तरह से मदद का भरोसा दिलाने के साथ ही किसी भी प्रकार की सहायता के लिए सीधा सम्पर्क करने के लिए कहा है। साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी घटना के बारे में जानकारी लेने के साथ पीड़िता के इलाज,परिवार के ख़्याल और दोषियों पर त्वरित कार्यवाही का आग्रह किया है।’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूरे मामले की जानकारी ली है। उन्होंने हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया है। प्रियंका गांधी के फोन के बाद सीएम अशोक गहलोत ने पहली बार अलवर मामले में ट्वीट कर दरे रात प्रतिक्रिया दी है।
अपने बयान में अलवर की SP ने कहा, “आज डॉक्टरों के एक एक्सपर्ट पैनल बोर्ड ने, जिन्होंने अस्पताल में बच्ची की सर्जरी भी की है उसमें मेडिकल ज्यूरिस्ट व अन्य एक्सपर्ट हैं, उन्होंने एक रिपोर्ट हमें प्रेषित की। यह रिपोर्ट घावों के प्रकार के बारे में है। हम वह पूरी रिपोर्ट कानूनी आधार पर प्रकाशित नहीं कर सकते। लेकिन उस रिपोर्ट में उन्होंने जो विचार व्यक्त किए हैं, उसमें प्राइवेट पार्ट पर हुए घाव का कारण Penetrative Assault नहीं पाया गया है। तो अभी तक के फैक्ट्स, मेडिकल रिपोर्ट्स और टेक्निकल सबूतों से हमारे पास जो जानकारी है वह ये बताती है कि इसमें दुष्कर्म की संभावना नहीं है।”
अलवर की इन्हीं SP ने घटना के दिन पीड़िता के साथ दुष्कर्म की संभावना जताई थी। अब यही अलवर पुलिस पीड़िता के अपहरण को भी नकार रही है। पुलिस के अनुसार पीड़िता खुद से ही तिजारी ब्रिज पर जाते दिखी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस ऑटो में पीड़िता सवार थी, उसकी भी FSL जाँच में पुलिस को संदेह नज़र नहीं आया। एसपी तेजस्विनी गौतम ने अनुसार, “अंतिम मिला CCTV फुटेज घटना स्थल से 300 मीटर पहले का है। इसमें लड़की लगभग 7:30 बजे चलते दिखाई दे रही।” पुलिस द्वारा जारी एक वीडियो में पीड़िता वारदात वाली जगह से 200 मीटर दूर ओवरब्रिज पर अकेले जाती दिख रही है। फिलहाल पीड़िता का इलाज जयपुर में किया जा रहा है। उनके माता-पिता को मीडिया से दूर रखा गया है।
वहीं राजस्थान भाजपा ने पीड़िता के इंसाफ के लिए 17 और 18 जनवरी को सभी मंडलों में राजस्थान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का एलान किया है। यह घोषणा भाजपा नेता सतीश पुनिया ने की है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक अलवर के बयान को आरोपितों को बचाने की कोशिश करार दिया है। सतीश पुनिया ने लिखा:
भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में राजस्थान सरकार पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस पूरे घटना की CBI से जाँच करवाने की माँग की है।
गौरतलब है कि 11 जनवरी (मंगलवार) को पीड़िता 12 बजे लोगों को खेत के रास्ते सड़क पर जाती दिखी थी। बाद में उन्हें लहूलुहान हालत में ओवरब्रिज के नीचे पाया गया था। हालत गंभीर होने के चलते पीड़िता को जयपुर रेफर कर दिया गया।