श्रीगंगानगर के किन्नू की लव स्टोरी
करणीदानसिंह राजपूत :
श्रीगंगानगर क्षेत्र का रसीला प्यारा किन्नू पहली बार गुड्स ट्रैन के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों के लिये रवाना होगा। कहां जाएगा। पढें यह विजय गाथा।
किन्नू संघ के अध्यक्ष अरविंद गोदारा व सचिव श्यामलाल बगड़िया ने इस सम्बंध में अभी कुछ दिन पहले जेडआरयूसीसी सदस्य भीम शर्मा की मौजूदगी में श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन के सीबीएस सुशील कुमार सिंह व सीपीएस कपिल भम्बरी को किन्नू संघ की ओर से डिमांड व किराये की अग्रिम राशि जमा करवाई। पूरी मालगाड़ी।
जेडआरयूसी सदस्य भीम शर्मा ने बताया कि फिलहाल किन्नू से सम्बंधित व्यापारियों, किसानों व वैक्सिंग प्लांट संचालकों की संस्था किन्नू संघ की ओर से पश्चिम बंगाल के बनगाँव जंक्शन के लिये रैक पूरी मालगाड़ी की मांग की गयी हैं।
किन्नू के सही समय व सुरक्षित बांग्लादेश तक पहुंचने के बाद क्षेत्र के व्यापारी इस पर आगे और रैक की मांग करेंगे।
बीकानेर रेल मंडल प्रबन्धक श्री राजीव श्रीवास्तव के अनुसार श्रीगंगानगर से बंगलादेश के लिये करीब 40 घण्टे का रनिंग टाइम होगा इसके कुछ घण्टे कम व ज्यादा हो सकते हैं।
’ऐसे हुई शुरुआत’
उल्लेखनीय हैं कि किन्नू को ट्रेन से भिजवाने का विचार लेकर जेडआरयूसीसी सदस्य भीम शर्मा ने पिछले वर्ष उत्तर पश्चिम रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक श्री आनन्द प्रकाश को व्हाट्सएप पर मैसेज करके बताया ।
इस पर जीएम ने बीकानेर तत्कालीन मण्डल रेल प्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव जी को मैसेज फारवर्ड किया। तब डीआरएम के नेतृत्व में बीकानेर रेल मंडल के अधिकारियों की टीम का श्रीगंगानगर आने का कार्यक्रम बना। इस कार्यक्रम की सूचना प्राप्त होने के बाद श्री भीम शर्मा ने किन्नू क्लब के संयोजक राजकुमार बोरड़ व बीकानेर रेल मंडल की डीआरयूसीसी में सदस्य रहे व इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव सुनील अग्रवाल से अलग-अलग मुलाकात कर किन्नू व्यापारियों व रेल अधिकारियों के मध्य मीटिंग रखवाने की प्लानिंग की जो विगत वर्ष दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन में आयोजित की गयी।
किन्नू चूंकि लम्बे समय व ज्यादा लोडिंग अनलोडिंग न झेल पाने वाले फल की दृष्टि से इस पर अलग-अलग एंगल से विचार किया जाना बहुत जरूरी था, यह इसलिए भी कि किन्नू अब तक जहाँ तक भी पहुंचा वह ट्रक से ही पहुंचा।
किन्नू की सर्वाधिक डिमांड बांग्लादेश में होने के कारण पश्चिम बंगाल के बनगांव स्टेशन तक इसे ले जाने पर कई तरह से विचार किया गया। भीम शर्मा के अनुसार इस पूरे मंथन में पूर्व केंद्रीय मंत्राी व सांसद निहालचंद का भी बड़ा योगदान रहा हैं।
बंगलादेश की सीमा से बनगांव रेलवे स्टेशन तक माल लाने ले जाने की 2 देशों की डिप्लोमेसी को लेकर जो शंकाये थी उन्हें लेकर सांसद निहालचंद ने विदेश मंत्री श्री एस जयशंकर प्रसाद से मिलकर शंकाओं को दूर करवाया। इससे भी इस मिशन को बल मिला था।
श्री गंगानगर के किन्नू का प्यार तो वर्षों से था लेकिन अब यह प्यार और अधिक प्रगाढ हो जाएगा।