रिश्वत केस में बर्खास्त तहसीलदार ने सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगे 60 लाख रुपए

पंचकूला। हरियाणा सरकार के रेवेन्यू विभाग से बर्खास्त हुए तहसीलदार मोहिंदर सांगवान के खिलाफ ठगी का एक और केस सामने आया है। मोहिंदर और उसके बेटे सिकंदर सांगवान ने मिलकर सेक्टर-2 पंचकूला के रहने वाले आदित्य दत्त के साथ सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 60 लाख रुपए की ठगी कर दी। बाप-बेटों ने आदित्य से 60 लाख रुपए नायब तहसीलदार लगवाने के नाम पर लिए थे। लेकिन बाद में आदित्य की नौकरी भी नहीं लगवाई और उनके रुपए भी नहीं लौटाए। आदित्य की शिकायत पर सेक्टर-5 पंचकूला पुलिस स्टेशन ने बाप-बेटों के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है। दोनों बाप-बेटा फिलहाल फरार हैं। मोहिंदर सांगवान के खिलाफ 4 साल पहले भी विजिलेंस ने 80 करोड़ रुपए की ठगी का केस दर्ज किया था। जिसके बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। आदित्य ने शिकायत में बताया कि उनके पिता और मोहिंदर सांगवान साथ में सरकारी नौकरी करते थे। उनके पिता शिक्षा विभाग में थे और सांगवान रेवेन्यू विभाग में था। आदित्य की सरकारी नौकरी नहीं लग रही थी जिस वजह से उनके पिता काफी परेशान रहते थे। इस पर मोहिंदर सांगवान ने उनके पिता से बात की और कहा कि वह उनके बेटे को नायब तहसीलदार लगवा देगा। उसने कहा कि उसकी हरियाणा सरकार में ऊपर तक जान पहचान है और वह आदित्य को रेवेन्यू विभाग में नायब तहसीलदार की नौकरी लगवा देगा। आदित्य के पिता ने सांगवान को बायो डेटा और सर्टिफिकेट दे दिए। कुछ दिनों बाद मोहिंदर सांगवान वापस उनसे मिला और कहा कि उसकी रेवेन्यू मंत्री से बात हो गई और उसने कहा कि नौकरी लगवाने के लिए 60 लाख रुपए लगेंगे। आदित्य ने कहा कि उनके पिता सांगवान के अच्छे दोस्त थे तो उन्होंने उसकी बात पर विश्वास कर 60 लाख रुपए दे दिए। आदित्य ने बताया कि हालांकि उसके पिता ने कई बार बोला था कि काम होने के बाद पैसे ले लेना लेकिन मोहिंदर सांगवान इसी बात पर अड़ा रहा कि ये रकम मंत्री से लेकर अफसरों तक देनी है तभी काम होगा। इतना ही नहीं उसने ये रकम चेक या ड्राफ्ट के जरिए लेने से भी इनकार कर दिया। जिस कारण उन्होंने 60 लाख रुपए कैश दे दिए। इसके लिए उन्हें अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी उधार लेना पड़ा। ये रकम लेने के लिए मोहिंदर का बेटा सिकंदर सांगवान उनके घर आता था। तीन महीने इसी तरह बीत गए लेकिन आदित्य की नौकरी नहीं लगी। पूछने पर मोहिंदर सांगवान बहाने बनाता रहा और फिर उसने फोन भी उठाने बंद कर दिए। कुछ दिनों बाद उन्हें पता चला कि मोहिंदर सांगवान के खिलाफ सरकार के साथ 80 करोड़ रुपए की ठगी करने पर हरियाणा विजिलेंस विभाग ने केस दर्ज किया है और वह फरार हो गया है। इतना सुनने पर आदित्य के पिता को बड़ा सदमा लगा और 20 अगस्त 2017 को उनकी मौत हो गई। आदित्य ने बताया कि ” मोहिंदर सांगवान आठ नौ महीने जेल में रहा और हमने अपनी पेमेंट की बात की तो सिंकदर सांगवान हमें यह लारे लगाता रहा कि जैसे ही मेरे पिता बाहर आएंगे तो बात करेंगे।”  मोहिंदर सांवागन के जेल से बाहर आने के बाद भी उन्होंने रुपए नहीं लौटाए। उनके घर के काफी चक्कर लगाने के बाद बाप-बेटे ने 60 लाख रुपए का चेक दिया लेकिन वह भी बाउंस हो गया। उन्होंने फिर मोहिंदर से बात की तो उसने जान से मारने की धमकी देनी शुरू कर दी। जिसके बाद फिर आदित्य ने अब पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने जांच के बाद बाप-बेटे पर केस दर्ज कर लिया।