दो दलों के साथ संगठन आर भाजपा पंजाब में जीतेगी चुनाव
कृषि कानूनों की निरस्ती पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के प्रति बड़ा दिल दिखाया। पंजाब में अब चुनाव योग्यता के आधार पर लड़ा जाएगा। वहीं अखिलेश के गठबंधन पर अमित शाह बोले गठबंधन को वोट अंकगणित से जोड़ना चुनाव का आकलन करने का सही तरीका नहीं है। राजनीति भौतिकी नहीं बल्कि रसायन है। जब दो रसायन मिलते हैं तो तीसरा रसायन बनता है।
सरिया तिवारी, चंडीगढ़/नयी दिल्ली:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एचटी लीडरशिप समिट 2021 में शनिवार को कहा कि बीजेपी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढींढसा के साथ राज्य विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टियों के साथ गठबंधन पर विचार कर रही है। यह संभव है कि हम दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन करेंगे। हम दोनों पार्टियों से सकारात्मक बात कर रहे हैं। शाह बोले भाजपा एक बार फिर यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा, ‘हम कैप्टन अमरिंदर सिंह और ढिंढसा साहब से बात कर रहे हैं. संभावना है कि हम उनके दलों से गठबंधन करें। हम सकारात्मक भाव से दोनों दलों से बातचीत कर रहे हैं।’
किसानों के आंदोलन के बारे में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को निरस्त कर बड़ा दिल दिखाया है। शाह ने कहा, ‘किसानों का आंदोलन समाप्त हो इसके लिए प्रधानमंत्री ने बड़ा दिल दिखाया है। तीनों कानूनों को निरस्त कर दिया गया है। अब मैं नहीं समझता कि पंजाब में कोई और मुद्दा बचा है. चुनाव मेरिट के आधार पर लड़े जाएंगे।’
बताते चलें कि मुख्यमंत्री की कुर्सी गवांने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग हो गए थे। उन्होंने पिछले दिनों पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी का गठन किया था। जबकि ढिंढसा ने शिरामणि अकाली दल से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) नाम से एक पार्टी बना ली थी।
पंजाब में भाजपा लंबे समय तक शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ती रही है। हालांकि, कृषि कानूनों के मुद्दे पर दोनों दलों के बीच वर्षों पुराना गठबंधन टूट गया था। वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सत्ता में है और वह वहां फिर से सत्ता में वापसी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।
अमित शाह ने एक समिट में कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन का बहुत कम असर है। उन्होंने कहा कि अखिलेश के नेतृत्व में भले ही कई दल गठबंधन कर रहे हों लेकिन राजनीति फिजिक्स नहीं केमिस्ट्री है। जब दो दल हाथ मिलाते हैं तो यह जरूरी नहीं है कि दोनों के वोट भी जुड़ेंगे। जब दो केमिकल मिलते हैं तो तीसरे केमिकल का भी निर्माण होता है।
गृह मंत्री ने कहा, ‘हमने पहले भी देखा है, जब सपा और कांग्रेस ने हाथ मिलाया और बाद में तीनों (सपा, बसपा और कांग्रेस) एक साथ आ गए। इसके बाद भी जीत बीजेपी की हुई। लोग जागरूक हैं. वोट बैंक के आधार पर बनने वाला गठबंधन अब लोगों का मार्गदर्शन नहीं कर सकता।’
उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपी असेंबली का चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश गया था विश्वास के साथ मैं कह सकता हूं कि बीजेपी वहां भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।’