अम्बेडकर को पढ़कर ही उनका मूल्यांकन किया जाना चाहिए : डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री
चण्डीगढ़ :
राष्ट्रवादी डॉ भीम राम अम्बेडकर बहुर्मुखी व्यक्तित्व के धनी थे। बिना पढ़े इस बहुआयामी व्यक्ति पर टिप्पणी करना तर्कसंगत नहीं। ये विचार सप्त सिंधु डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्टडी सर्किल की ओर से सविधान दिवस पर गांधी स्मारक भवन, सेक्टर 16 में आयोजित एक विचार गोष्ठी में सांस्कृतिक मंत्रालय (भारत सरकार) के सलाहकार डॉ. कुलदीप चन्द अग्नि होत्री ने उपस्थित जनों के समक्ष रखे। इस संगोष्ठी में बोलते हुए संघ के वरिष्ठ प्रचारक प्रेम गोयल ने कहा कि हम समरस होकर ही डॉ बी आर अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो०बलराम सिंह गौत्तम ने कहा कि बाबा साहब ने अपनी पुस्तक में अंकित किया है कि आर्य भारत के ही मूल निवासी थे। डॉ० अश्विनी गिल ने बाबा साहब को राष्ट्रभक्त बताया। कार्यक्रम संयोजक व सहकार भारती के राष्ट्रीय सचिव देवेन्द्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के जनक बाबा साहब महामानव थे। इस कार्यक्रम में उपरोक्त के अतिरिक्त प्रचारक सुमित, दीपक बतरा, डॉक्टर बलवान सिंह मंडल, डॉक्टर हरवंश सिंह, पवन कुमार मट्टू, पूर्व महापौर व कार्यक्रम के सह संयोजक केवल कृष्ण आदिवाल, शर्मिला ठाकुर आदि महानुभाव उपस्थित हुए।