पंचांग, 22 नवम्बर 2021
नोटः आज सौभाग्य सुन्दरी व्रत है। अगहन माह में तृतीया तिथि को सौभाग्य सुंदरी व्रत किया जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित यह व्रत सौभाग्य और सौंदर्य प्रदान करता है। इस व्रत के प्रभाव से संतान और सुखद दांपत्य जीवन का आशीष प्राप्त होता है। मान्यता है कि जो भी स्त्री इस व्रत का पालन करती है उनके सुहाग की रक्षा माता पार्वती करती हैं।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः मार्गशीर्ष़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः तृतीया रात्रिः 10.28 तक है,
वारः सोमवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः मृगशिरा प्रातः 10.44 तक है,
योगः साध्य प्रातः काल 06.44 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः वृश्चिक चंद्र राशिः मिथुन,
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.53, सूर्यास्तः 05.21 बजे।