गांव चरनियां व खेडावाली में अवैध रूप से निर्माणाधीन 9 दुकानों को किया गया ध्वस्त- प्रियम भारद्वाज – जमीन की खरीद फरोख्त से पूर्व विभाग से जांच-पड़ताल जरूर करें- जिला नगर योजनाकार
पंचकूला, 16 नवंबर- जिला नगर योजनाकार (ई0) पंचकूला द्वारा पैरीफेरी नियंत्रित क्षेत्र/अर्बन एरिया की राजस्व सम्पदा गांव चरनियां व खेडावाली में अवैध रूप से निर्माणाधीन 9 दुकानों को जेसीबी द्वारा तोड़ दिया गया। जिला नगर योजनाकार, पंचकूला की टीम भारी पुलिस बल व जेसीबी के साथ गांव चरनियां व खेडावाली पहंुची।
इस कार्यवाही में जिला नगर योजनाकार श्रीमती प्रियम भारद्वाज व श्री देवेन्द्र राठी, एसडीई, कंस्ट्रक्शन डिविजन हरियाणा, पीडब्ल्यूडी, कालका बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तथा जिला नगर योजनाकार (ई0), पंचकूला से कनिष्ठ अभियंता श्री दीपक व कनिष्ठ अभियंता श्री सचिन भी मौके पर मौजूद थे।
जिला नगर योजनाकार श्रीमती प्रियम भारद्वाज ने बताया कि अवैध निर्माण को हटाने से पहले नोटिस भी दिए गए थे लेकिन इस निर्माण को नहीं हटाया गया, जिस कारण विभाग को यह कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि जमीन की खरीद फरोख्त से पूर्व विभाग से जांच-पड़ताल जरूर करें ताकि लोगांें की कड़ी मेहनत का पैसा बर्बाद न हो तथा अवैध निर्माण पर रोक लग सकेें।
हरियाणा को भवन क्षेत्र में शीर्ष प्रदर्शन करने वाला ऊर्जा कुशल राज्य किया घोषित- श्री पीके दास
पंचकूला, 16 नवंबर- ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक (एसईईआई), 2020 के अनुसार हरियाणा भारत में भवन क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता में शीर्ष राज्य के रूप में उभरा है। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार की प्रतिष्ठित वार्षिक रिपोर्ट में हरियाणा के प्रदर्शन को भारत की 30 के संभावित क्षेत्र के मुकाबले 22 के स्कोर के साथ सराहा गया है।
हरियाणा उर्जा विभाग तथा नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी.के. दास ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा में बिजली उपयोगकर्ताओं के सभी क्षेत्रों में ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा दक्षता पर जोर दिया है।
उन्हांेने कहा कि बीईई और संबंधित उपभोक्ताओं के साथ समन्वय में हरेडा द्वारा किए गए लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप हरियाणा में ऊर्जा बचत में बड़े पैमाने पर प्रगति हुई है। अन्य अच्छे प्रदर्शन करने वालों में कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और राजस्थान शामिल हैं।
डॉ हनीफ कुरैशी, महानिदेशक, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग ने बताया कि भारत में भवन क्षेत्र कुल अंतिम ऊर्जा खपत (टीएफईसी) में दूसरा सबसे बड़ा है और 2017 बेसलाइन से वर्ष 2027 तक 45 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है। एसईईआई 2020 ने इस क्षेत्र में ईई पहलों का मूल्यांकन करने के लिए 16 संकेतकों को परिभाषित किया है। ये डेटा एनर्जी कंजर्वेशन बिल्डिंग कोड (ईसीबीसी 2017), इमारतों की अनिवार्य ऊर्जा ऑडिट, ऊर्जा ऑडिट के लिए वित्तीय प्रोत्साहन, निर्माण/ रेट्रोफिट, प्रमाणित हरित भवनों को अपनाने, ईसीबीसी 2017 कार्यान्वयन का समर्थन करने के लिए संस्थागत क्षमता और इमारतों में ईई से संबंधित हैं। 300 से अधिक हरित प्रमाणित भवन हरियाणा में स्थित हैं। एलईडी लाइट वाली इमारतें, ऊर्जा ऑडिट, ईसीबीसी को अपनाना और ऊर्जा संरक्षण से संबंधित विभिन्न अन्य योजनाएं इस प्रदर्शन के लिए मुख्य चालक हैं।