अमीर चंद कला को पूर्ण जीवन समर्पित कर गए

संस्कार भारती, पंचकुला

कला एवं साहित्य को समर्पित अखिल भारतीय संगठन संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अमीरचंद जी का देहावसान 16 अक्टूबर 2021 को अरुणाचल प्रदेश की तवांग वैली में ऑक्सीजन की कमी होने से हृदयाघात के कारण हो गई थी। अमीर चंद जी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्थित हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। 1981 में वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता बने और 1987 में उन्हें संस्कार भारती में उत्तर पूर्व का दायित्व गया। उन्होंने अपना पूरा जीवन कला एवं संस्कृति के उत्थान विकास एवं संरक्षण के लिए समर्पित कर रखा था। उनके निधन से कला जगत को भारी क्षति पहुंची है। वह जीवन पर्यन्त संस्कार भारती के विस्तार और विकास के लिए लगे रहे। आज संस्कार भारती की पंचकूला इकाई द्वारा भारत विकास परिषद भवन, सेक्टर-12 ए , पंचकुला में आज दिनांक 29.10.2021 स्मृति एवं श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें संस्था के मंत्री सतीश अवस्थी ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि ऐसे महान लोग सदियों में पैदा होते हैं जिनका उद्देश्य चिंता और चिंतन केवल कला व कलाकारों के उत्थान के लिए रहा। इस मौके पर संरक्षक श्री कैलाश चंद मित्तल, श्री कुसुम कुमार गुप्ता, श्री तेजपाल गुप्ता एवं श्री लक्ष्मी कांत स्वामी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सभा का प्रारंभ अंतर्राष्ट्रीय भजन एवं गजल गायक श्री कुंवर जगमोहन जी के द्वारा श्रद्धांजलि भजन से किया गया। उत्तर क्षेत्र सह प्रमुख श्री नवीन शर्मा जी ने माननीय स्व. अमीर चंद जी के भारतीय कला एवं संस्कृति को समर्पित जीवन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अमीरचंदजी कला संरक्षक होने के साथ कलाकारों के मार्गदर्शक थे। वे भारत की कला- संस्कृति के सच्चे साधक थे। उनके द्वारा पूर्वोत्तर में किया गया कलात्मक कार्य पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को भारत की सकारात्मक वैचारिक धारा में जोड़ने के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, जिसके अंतर्गत 2012 में पूर्वोत्तर में आयोजित बालकला संगम, 2015 में दिल्ली में आयोजित *अपना पूर्वोत्तर प्रमुख कार्यक्रम थे। अध्यक्ष श्री सुरेश गोयल, उपाध्यक्ष श्री एस. गोपालाकृष्णन, अश्वनि सचदेवा, अनिल गुप्ता कोषाध्यक्ष, मीनाक्षी जैन, राजेश सिवाच, मीनू अलावादी, राजी राजलक्ष्मी, भारती शर्मा तथा भारत विकास परिषद एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कई पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद रहे।