शराबबंदी कानून में संशोधन पर जाम के बरसे तेजस्वी


बिहार विधानसभा में सदन ने विपक्ष की अनुपस्थिति में ही बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक 2018 पारित कर दिया


मंगलवार को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मद्यनिषेध और उत्पादन संशोधन विधेयक 2018 को थानों की कमाई का जरिया करार दिया. इसी के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया कि क्या वे स्वीकार करते हैं कि उन्होंने पहले वाला कानून अंहकार के कारण बनाया था.

दरअसल आरजेडी सहित अन्य विपक्षी दल बिहार में सुखाड़ पर चर्चा कराने को ज्यादा महत्वपूर्ण बता रहे थे. इस पर चर्चा ना कराए जाने के चलते विपक्षी दल सदन से वाकआउट कर गए. इसके बाद बिहार विधानसभा में सदन ने विपक्ष की अनुपस्थिति में ही बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक 2018 पारित कर दिया.

इस पर तेजस्वी ने बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि शराबबंदी कानून में संशोधन थानों की कमाई का जरिया बनेगा. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा ‘पहले वह शराबबंदी से किसी प्रकार का समझौता नहीं करने की बात कहते थे. अब छूट दे रहे हैं. मुख्यमंत्री बिहार में शराब को कल रेगुलर भी कर सकते हैं.’

तेजस्वी ने नीतीश पर प्रधानमंत्री बनने के फेर में शराबबंदी क़ानून को लागू करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि मुख्यमंत्री जी इससे तबाह हुए परिवारों के बारे में आपने क्या सोचा? आरजेडी नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने ज़ोर-शोर से नीरा से लाखों लोगों को रोज़गार देने की बात कही थी. सरकार बताए नीरा से अबतक कितने लोगों रोज़गार मिला. ताड़ी तोड़ने वाले ग़रीब पासी जाति के लोगों के पेट पर सरकार ने लात मारी लेकिन अभी तक किसी वैकल्पिक रोज़गार की कोई व्यवस्था नहीं की.

शराब बंदी के बावजूद भी राज्य में शराब बरामद होने पर सवाल करते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह शराब कहां से आ रही है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि शराब को पटना पहुंचाने के लिए तस्कर को कई जिलों के पुलिस थानों से गुजरना पड़ता है. क्या इन जिलों के पुलिस अधीक्षक और सभी थानों की पुलिस नकारा है. जो तस्कर सभी की आंखों में धूल झोंक देते हैं.


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