गौशालाओं में बनेगा गाय के गोबर से प्राकृतिक पेंट- श्रवण गर्ग
हरियाणा गौ सेवा आयोग के प्रयास सराहनीय- अंकुर गुप्ता अतिरिक्त मुख्य सचिव
पंचकूला, 18 सितंबर:
हरियाणा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता व हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने जिला के पिंजोर की श्री कामधेनू गौशाला सेवा सदन में स्थापित गौ अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। यह केन्द्र आयोग के तकनीकी मार्गदर्शन में स्थापित किया गया है।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव की धर्मपत्नी व उनकी बेटी विशेष रूप से उनके साथ रही। इनके अलावा आयोग के सचिव डा चिरंतन कादयान, गौशाला प्रबंधक समिति के भारत भूषण बंसल, नवराज धीर, नितिन अग्रवाल, प्रदीप गोयल, नरेश अग्रवाल, पूर्व मेजर जनरल नवनीत कुमार और आयोग में पशु चिकित्सक डॉ अश्वनी कुमार, ओम प्रकाश गुप्ता, सुरेंद्र कुमार, कुलदीप सैनी आदि विशेष तौर पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में हरियाणा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता ने हरियाणा गौ सेवा आयोग के कार्यों और आयोग के तकनीकी मार्गदर्शन में चलने वाले इस गौ अनुसंधान केंद्र की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा स्थापित यह गौ अनुसंधान केंद्र हरियाणा की गौशालाओं के लिए एक रोल मॉडल का कार्य करेगा। यहां पर गाय के गोबर/गोमूत्र से बनने वाले उत्पादों का मानक तय होकर हरियाणा की गौशालाओं को मार्गदर्शन करने का प्रयास आरंभ हो चुका है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की सरकारी खरीद में हरियाणा की गौशालाओं में बनी फिनायल आवश्यक रूप से शामिल हो ऐसा प्रयास किया जाएगा।
इस अवसर पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि इस अनुसंधान केंद्र में शीघ्र ही गाय के गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। जिसकी तैयारियां जोर शोर से आरंभ हो चुकी है। उन्होंने गाय के गोबर की महत्ता पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अनुसंधान केंद्र में फिनायल, केंचुआ खाद, जैविक खाद, गोबर से बने गमलों, गोबर से बनी ईंट आदि पर अनुसंधान चल रहा है इस तरह के उत्पादों के तकनीकी मापदंड पर खरा उतरने के पश्चात यह फार्मूले हरियाणा की इच्छुक गौशालाओं में देखकर वहां इन सब उत्पादों का निर्माण आरंभ किया जाएगा।
चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल चाहते हैं कि हरियाणा की गौशाला आत्मनिर्भर बने। इसी दिशा में उनके मार्गदर्शन में आयोग लगातार कार्य कर रहा है। जब इस तरह के गाय आधारित उत्पादों का गौशाला में निर्माण प्रारंभ होगा तो एक दिन निश्चित तौर पर गौशालाएं स्वावलंबी बनेगी।
उन्होंने श्री कामधेनू गौशाला सेवा सदन की कार्यसमिति की खूब प्रशंसा की। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर गौशाला द्वारा गोबर से निर्मित राखियां बनाकर बाजार में उपलब्ध करवाई गई और आने वाली दीपावली के शुभ अवसर पर गाय के गोबर से निर्मित दीपको पर भी गौशाला समिति ने कार्य आरंभ कर दिया है। इसके अलावा गोबर से धूप, हवन सामग्री, हवन समिधा, लकड़ी, गोमूत्र से बने विभिन्न प्रकार के अर्क, फिनायल आदि का निर्माण चल रहा है।
कार्यक्रम से पूर्व गाय माता को हरा चारा व गुड़ खिलाया गया और पौधारोपण किया गया। अंत में गाय के गोबर से बनी नाम पट्टीका और स्मृति चिन्ह और गोबर के गमलों में लगे तुलसा के पौधें भेंट किए गए।