सचिन पायलट का भविष्य सोनिया गांधी तय करेंगी : माकन
अशोक गहलोत के बेड रेस्ट पर जाने की वजह से मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण टल सकता है. वहीं मंत्रियों के नाम और संख्या को लेकर सचिन पायलट ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सबकुछ आलाकमान को तय करना है. बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में करीब सात नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें सचिन पायलट कैंप से हेमाराम चौधरी, मुरारी लाल मीणा, रमेश मीणा और दीपेंद्र सिंह शेखावत का नाम प्रमुख है। वहीं तीन मंत्री अशोक गहलोत निर्दलीय और बीएसपी से आए विधायकों को बनाने के पक्ष में बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार और विभिन्न बोर्ड-निगमों में नियुक्तियों को लेकर रोडमैप तैयार है और यदि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अस्वस्थ नहीं हुए होते तो अब तक ये काम पूरे हो चुके होते। माकन ने कहा कि सचिन पायलट का राष्ट्रीय स्तर पर क्या करना है, ये हमारे लेवल से बाहर है। ये सोनिया गांधी तय करेंगी। राज्य स्तर पर क्या करना है, वो हम कर देंगे। इशारों में अजय माकन ने कहा,’सब तय है. पूरा रोडमैप तैयार है. कब क्या करना है, कैसे करना है. । अगर मुख्यमंत्री गहलोत की तबीयत ठीक होती तो अब तक कैबिनेट विस्तार हो गया होता। बस उनके ठीक होने का इंतजार है’। उन्होंने कहा कि कन्हैया या मेवानी की मुलाकात या उनके पार्टी में शामिल होने पर कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘राजस्थान को लेकर रोडमैप तैयार है। यदि अशोक गहलोत जी की तबियत खराब नहीं होती तो उन्हीं एक -दो दिन के अंदर यह सब हो जाता है। उस समय विधानसभा सत्र आरंभ होने वाला था, ऐसे में हमारी सोच थी कि कैबिनेट विस्तार, जिला अध्यक्ष और बोर्ड-एवं निगमों की नियुक्ति कर देते।’’
सचिन पायलट को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में जिम्मेदारी दिए जाने की अकटलों से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस पर कोई भी फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्तर पर होगा।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। पायलट गुट सरकार और संगठन में अपना उचित प्रतिनिधित्व चाहता है। कांग्रेस आलाकमान दोनों गुटों के बीच संतुलन बनाकर समाधान निकालने की कोशिश में है।