मुख्तार अंसारी की बढ़ी मुसीबतें, सर्वोच्च न्यायालय का पत्नी की याचिका पर सुनवाई से इंकार
मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसान अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर अपने पति की जान को खतरा बताया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि जेल और जेल से बाहर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को खतरा है। पेशी के लिए बाहर जाते वक्त भी उन पर हमला हो सकता है। याचिका में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश देने की मांग की गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी की पत्नी की ओर से वकील कपिल सिब्बल थे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी को पंजाब जेल से उत्तर प्रदेश की जेल ट्रांसफर किया गया था। उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी की जान को खतरा है। यूपी में तो सत्तारूढ़ दल के नेता भी अपराधियों को गोली मारने की बात करते हैं।
लखनऊ/नयी दिल्ली :
मुख्तार अंसारी पर आनूनी शिकंजा कसता ही जा रहा है, आज अंसारी को दोहरा झटका लगा एक ओर जहां सर्वोच्च न्यायालय ने मुख्तार अंसारी की पत्नी की याचिका पर स्न्वाई करने से इंकार कर दिया था वहीं दूसरी ओर मुखतार द्वारा दबाव बना कर 5 लाख में खरीदी गयी करोड़ों की संपत्ति को योगी सरकार ने कुर्क करने का मन बना लिया है। मऊ जिले के सदर विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। आजमगढ़ जिले में दर्ज गैंगस्टर के तहत माफिया मुख्तार की संपत्तियों को चिह्नित किया जा रहा है। लखनऊ में भी मुख्तार की एक संपत्ति को चिह्नित किया गया है। जिसे कुर्क करने के लिए आजमगढ़ एसपी ने जिलाधिकारी लखनऊ को पत्र लिखा है। करोड़ों की इस संपत्ति को माफिया मुख्तार ने सर्किल रेट छुपाकर एक व्यापारी से मात्र पांच लाख में बैनामा करा लिया था।
यूपी की मऊ सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने उनकी पत्नी अफसान अंसारी की उस याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया हे जिसमें उन्होंने मुख्तार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देने की मांग की थी। सर्वोच्च अदालत ने मुख्तार अंसारी की पत्नी को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने को कहा है। इसके साथ ही हाईकोर्ट को इस मामले में तेजी से सुनवाई करने का आदेश भी दिया है।
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसान अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर अपने पति की जान को खतरा बताया था। उन्होंने आशंका जताई थी कि जेल और जेल से बाहर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को खतरा है। पेशी के लिए बाहर जाते वक्त भी उन पर हमला हो सकता है। याचिका में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश देने की मांग की गई थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी की पत्नी की ओर से वकील कपिल सिब्बल थे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्तार अंसारी को पंजाब जेल से उत्तर प्रदेश की जेल ट्रांसफर किया गया था। उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी की जान को खतरा है। यूपी में तो सत्तारूढ़ दल के नेता भी अपराधियों को गोली मारने की बात करते हैं।
बता दें कि मुख्तार अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब से बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था। शुरू में उन्हें बांदा जेल के बैरक नंबर 15 में रखा गया था। मुख्तार अंसारी के बांदा जेल में शिफ्टिंग की यूपी सरकार ने खासी तैयारियां की थीं। बांदा जेल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था।