छठे वेतन आयोग को लेकर काउंसिल ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स सरकार के खिलाफ उतरी
चंडीगढ़ – 28 अगस्त
आज उत्तरी भारत के अलग अलग सूबों से कौंसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर्ज के नेताओं की एक हंगामी मीटिंग प्रैस क्लब चण्डीगढ़ में आल इंडिया फैडरेशन आफ डिप्लोमा इंजीनियर्ज के उत्तर जोन के सचिव जनरल इंजी. अरविन्द कुमार यादव की अध्यक्षता में हुई। इस मीटिंग में पंजाब सरकार की तरफ से जारी की पे -कमिशन की रिपोर्ट के सम्बन्ध में अलग अलग सूबों के नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से 6 वें पे -कमिशन में पंजाब के इंजीनियर वर्ग के साथ बहुत बड़ा धक्का किया है। साल 2011 में 5वें पे -कमिशन की त्रुटियों दूर करके दिए गए सभी लाभ खुर्द बुर्द करते हुए इंजीनियर वर्ग को 2.25 गुणाक फैक्टर के साथ गुणा करके तनख़्वाह फिक्स की गई है और जे.ई /ए.ई को फील्ड में जाने के लिए मिलता 30 लीटर पेट्रोल भत्ता भी ख़त्म कर दिया है।
कौंसिल आफ डिप्लोमा इंजीनियर्ज पंजाब के चेयरमैन इंजी. सुखमिन्दर सिंह लवली के साथ एकजुटता का दिखावा करते हुए डिप्लोमा इंजीनियर्ज ऐसोसीएशन हरियाणा के प्रधान इंजी. राजेश रुहल, हिमाचल के प्रधान इंजी. राजीव शरमा, जम्मू कशमीर के प्रधान इंजी. उपिन्दर सिंह और चण्डीगढ़ (यू.टी) के प्रधान इंजी. संजय साहनी ने अपने अपने सूबो की जत्थेबंदियों ने लिखित माँग की कि पंजाब के इंजीनियरों की पे -कमिशन सम्बन्धित माँगों तुरंत मानें जाएँ। उन की तरफ से चेतावनी दी गई कि यदि पंजाब सरकार पंजाब के इंजीनियरों की सुनवाई नहीं करती और उन की सच्चा और जायज़ माँगों का जल्दी कोई हल नहीं करती तो 08 सितम्बर को पटियाला में होने वाली रोश रैली में उत्तरी भारत के सभी सूबों से टोकन लीडरशिप्प भाग लेगी। उन की तरफ से कहा गया कि पंजाब हमारा बड़ा भाई है, उसकी लड़ाई में शामिल होना हमारा नैतिक फर्ज बनता है। सभी सूबों के नेताओं की तरफ से विस्वास दिलाया गया कि पंजाब के इंजीनियरों के सरकार ख़िलाफ़ संघरश में वह पीछे नहीं रहेंगे क्योंकि पंजाब के पड़ोसी सूबों की पे -कमिशन सम्बन्धित माँगों भी पंजाब के पे -कमिशन और निर्भर करते हैं।
कौंसिल के नेताओं की तरफ से कहा गया कि इंजीनियर किसी भी सूबो के विकास की रीढ़ की हड्डी होते हैं। उन की तरफ से माँग की गई कि पंजाब सरकार 6वें पे -कमिशन में इंजनियर वर्ग के लिए गुणांक फैक्टर 3.01 लागू करे, जे.ई /ए.ई के फील्ड में जाने के लिए 80 लीटर और उप मंडल इंजीनियर को 160 लीटर पेट्रोल भत्ता लागू किया जाये। वक्ताओं की तरफ से पंजाब सरकार के नये मुलाजिमों के लिए सैंटर के स्केल लागू करन की निषिद्धता की गई, पुरानी पैनशन स्कीम बहाल करन की माँग की, इंजीनियरों की छापने और भरती बंद करन, जे.यी से उप मंडल इंजीनियर के लिए प्रमोशन कोटा बढ़ाने और उप मंडल इंजीनियर से कार्यकारी इंजीनियर के लिए प्रमोशन कोटा नियत करन की भी माँग की गई। आज की मीटिंग में आल इंडिया फैडरेशन के दिशा निरदेशें अनुसार और पंजाब के संघरश को ओर तीखा करन के लिए उत्तरी भारत के पाँच सूबों की सांझी कौंसिल का गठन भी सरबसंमती के साथ किया गया और प्रैस कान्फ़्रेंस भी की गई।
आज की इस मीटिंग में पंजाब से इंजीनियर सतनाम सिंह धनोआ, पूर्व चेयरमैन सार्क और आफोडे, इंजी. प्रीतम यादव जनरल सचिव हरियाणा, इंजी. जे.ऐल. काँटा, जनरल सचिव हिमाचल, इंजी. नरिन्दर सिंह जनरल सचिव जे.ऐंड.के, इंजी, अरमान सिंह यू.टी चण्डीगढ़, इंजी. दविन्दर सेखों जनरल सचिव पंजाब, इंजी. रमेश जेतली, इंजी. भुपिन्दर सोमल बी.ऐंड.आर., इंजी. नरिन्दर कुमार इरीगेशन, इंजी. बलविन्दर शरमा इरीगेशन, इंजी. करमजीत सिंह सिद्धू जल स्पलाई, इंजी. शरनजीत सिंह सिवरेज बोर्ड, इंजी. रमेश कटारिया ट्यूबवैल कारपोरेशन, इंजी. जोरावर सिंह पुड्डा, इंजी. गुरमेल सिंह मंडी बोर्ड, इंजी. कुलदीप सिंह पंजाबी यूनिवर्सिटी, इंजी. देश राज पी.ए.यू आदि उपस्थित थे।