भाजपा के कुशासन में जिला पंचकूला सबसे कम ग्रामीण विकास फंड मिलने की श्रेणी में : चन्द्रमोहन
2014 से 2021 तक केवल 47 करोड़ 35 लाख ही स्वीकृत किया एचआरडीएफ,हरियाणा में ऐसा दूसरा जिला जहां सबसे कम जारी हुआ फंड
- पंचकूला को बैठक-रैली स्थल न बनाकर विकसित करने के लिए योजना बनाई मुख्यमंत्री,स्पीकर व भाजपा सरकार : चन्द्रमोहन
- 2019 चुनावो के नजदीक आते ही जारी किए थे 35 करोड़ 29 लाख,इससे पहले 2014 से 2018 तक 4 सालो में सिर्फ 12 करोड़ 7 लाख ही हुए स्वीकृत,2015 व 2021 में एक रुपया भी जारी नही हुआ
पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्रमोहन ने कहा,जिला पंचकूला के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाना बन्द करे भाजपा-जजपा सरकार
पंचकूला, 24 अगस्त 2021:
27 वर्ष पहले हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व॰ भजनलाल जी द्वारा जिला पंचकूला का गठन सबसे बेहतर,विकसित व आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाने के उद्देश्य से किया गया था जिसके लिए तत्कालीन विधायक व हरियाणा सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे श्री चन्द्रमोहन ने तयबद्ध नीति तैयार कर रोडमेप भी तैयार किया और निरन्तर जिला पंचकूला को विकास की राह पर आगे बढ़ाने के लिए हर योजना को इलाके में धरातल पर लागू करवाकर आमजन को सुविधाए मुहैया करवाई।
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रहे चन्द्रमोहन का कहना है कि जिला पंचकूला के विकास में हरियाणा ग्रामीण विकास फंड का एहम योगदान रहा है परंतु अब जब 2014 से भाजपा शासन में आई तब से इस फंड को जिला पंचकूला में कम लगाया जा रहा है जिससे ग्रामीण इलाकों में विकास कार्य प्रभावित हो रहे है।आलम यह है कि 2014 से लेकर 2021 तक के भाजपा के शासन में पूरे हरियाणा के 22 जिलों के मुकाबले जिला पंचकूला ऐसा दूसरा जिला है जहां सबसे कम एचआरडीएफ जारी हुआ हालांकि सीएम ने अपने गृह क्षेत्र करनाल में 228 करोड़ 85 लाख रुपए जारी किए है।ऐसे में मुख्यमंत्री पंचकूला को सिर्फ रैली,यात्राएं,बैठके करने के लिए उपयोग में ला रहे है परंतु लोगो को सुविधाए मुहैया करवाने में हर मोर्चे पर फेल साबित हो रहे है।
पूरे हरियाणा में पंचकूला ऐसा दूसरा जिला जहां सबसे कम जारी हुआ एचआरडीएफ
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व डिप्टी सीएम चन्द्रमोहन ने बताया कि 1 अप्रेल 2014 से लेकर 31 मार्च 2021 तक हरियाणा सरकार द्वारा एचआरडीएफ की कुल 47 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई जिसमें से सिर्फ 44 करोड़ 99 लाख ही खर्च किए गए।2015 से 2016 व 2020-21 ऐसे वित्तीय वर्ष भी है जब एक रुपया भी जिला पंचकूला के लिए जारी नही किया गया।जैसे ही 2019 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव नजदीक आए तो भाजपा सरकार व यहां के भाजपाई नुमाइंदों को जिला पंचकूला की याद आगई।इस दौरान 2018-19 में 20 करोड़ 42 लाख व 2019-20 में 14 करोड़ 87 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई जबकि 2018-19 में 20 करोड़ 17 लाख व 2019-20 मव 15 करोड़ 36 लाख रुपए खर्च किए गए हालांकि इससे पहले 2014 से लेकर 2018 तक 4 वर्षो में सिर्फ 12 करोड़ 7 लाख रुपए ही स्वीकृत हुए और इन 4 सालो में सिर्फ 9 करोड़ 19 लाख रुपए ही खर्च हुए।
मुख्यमंत्री,स्पीकर व भाजपा नेताओं के पंचकूला को विकास की राह पर आगे बढाने के दावे खोखले
पूर्व डिप्टी सीएम चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री,स्पीकर ससमेत भाजपा नेताओं के पंचकूला को विकास की राह पर आगे बढ़ाने के दावे खोखले है।उन्होंने बताया कि 1 अप्रेल 2014 से लेकर 31 मार्च 2021 तक पंचकूला विधानसभा के लिए कुल 19 करोड़ 43 लाख रुपए स्वीकृत हुए परन्तु सिर्फ 18 करोड़ 87 लाख ही जारी किए गए।ऐसे में 2014 से लेकर 2018 तक सिर्फ 3 करोड़ 98 लाख रुपए ही जारी हुए जिसमे से 3 करोड़ 24 लाख खर्च किए गए।जैसे ही चुनाव नजदीक आए वैसे ही 2018-19 में 8 करोड़ 30 लाख व 2019-20 में 7 करोड़ 15 लाख जारी किए।
पंचकूला को बैठक स्थल न बनाकर विकसित करने की ओर ध्यान दे प्रदेश सरकार
पूर्व डिप्टी सीएम चन्द्रमोहन ने बताया कि हरियाणा ग्रामीण विकास फंड के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में सड़के,सम्पर्क मार्ग,धर्मशालाए,आंगनवाड़ी केंद्र,श्मशान घाट,ड्रेनेज नालियां आदि निर्माण कार्यो की सुविधाएं मुहैया करवाई जाती है।पिछले 7 वर्षों के भाजपा के कुशासन में आमजन को इन सभी सुविधाओ से वंचित रखा गया है।मुख्यमंत्री,स्पीकर समेत भाजपा नेता पंचकूला के विकास के लिए धरातल पर कुछ नही कर रहे जबकि सिर्फ घोषणाओं से ही लोगो को गुमराह करने का काम कर रहे है।ऐसे में पंचकूला को भाजपा सरकार बैठक स्थल न बनाकर विकसित करने के लिए योजना बनाकर काम करे और इलाके के साथ भेदभावपूर्ण रवैया बन्द करे।