असम में अपनी उपस्थिती बढ़ाने के लिए TMC ने सुष्मिता को साधा
सभी अटकलों को विराम देते हुए सुष्मिता देव ने TMC का दामन थाम लिया है। अभी तक कॉंग्रेस के लिए बड़ा झटका मानी जाने वाली स्श्मिता अब ज़ोर का झटका धीरे से वाली बात बन कर रह गईं हैं। बंगाल में पहले ही कॉंग्रेस की वोटों से जीती तृणमूल कॉंग्रेस में शामिल होना लगभग वैसा ही है जैसे दफ्तर के एक कक्ष से दूसरे में जाना। 2024 ममता vs मोदी होगा
सरीका तिवारी/नयी दिल्ली (ब्यूरो) :
पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सुष्मिता देव सोमवार को टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हो गईं। इससे पहले 15 अगस्त को सुष्मिता ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। सुष्मिता अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं थीं।
सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में सुष्मिता ने पार्टी छोड़ने के कारण का कोई जिक्र नहीं किया, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन और सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मैं आशा करती हूं जब मैं जनसेवा के अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करने जा रही हूं तो आपकी शुभकामनाएं मेरे साथ होंगी।
त्रिपुरा से टीएमसी का चेहरा हो सकती हैं सुष्मिता
सुष्मिता देव असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं। चूंकि अब वह तृणमूल कांग्रेस शामिल हो गई हैं, ऐसे में राजनीतिक जानकारों का कहना है कि वह त्रिपुरा में पार्टी का चेहरा भी सकती हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की बेटीं हैं सुष्मिता
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुष्मिता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने प्रोफाइल से संबंधित कुछ जानकारियां बदल दीं। उन्होंने अपने प्रोफाइल में ‘कांग्रेस की पूर्व सदस्य’ और ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष’ लिख दिया था। सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे।