मानसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में जो धक्का-मुक्की हुई उसको लेकर सरकार और विपक्ष में जंग छिड़ गई है। विपक्ष का आरोप है कि बाहर से मार्शल बुलाकर विपक्षी सांसदों के साथ बदसलूकी की गई है। इस दौरान महिला सांसद फूलोदेवी नेताम को महिला मार्शलों ने धक्का दिया, जिससे उन्हें चोट आई।
नयी दिल्ली(ब्यूरो) :
पूर्व कॉंग्रेस अध्यक्ष अब काफी सक्रिय होते जा रहे हैं। सड़कों से सत्ता पक्ष से प्रश्न पूछते हैं। सदन चलने नहीं देते और फिर सड़क पर आ कर प्रेसवार्ता कर ब्यान देते हाँ कि भाजपा उनके प्रश्नों के उत्तर नहीं दे रही। आज उन्होने राज्यसभा में बहरूपियों के आने और कॉंग्रेस महिला सांसदों से मार पीट करने के आरोप लगाए, और बाहर आकार प्रशंकरता पत्रकारों पर भी भड़क गए। अपनी सरकार के दिनों में जब कॉंग्रेस पर भरष्टाचार के आरोप लगाए जाते थे तब वह आरोपियों पर कार्यवाई के बदले शिकायतकर्ताओं को अदालत जाने कि सलाह देने वाली कॉंग्रेस आज न्साफ मांगने के लिए सड़कों पर है। आज इन वकीलों कि पार्टी का ओ भी नेता न पुलिस स्टेशन न ही अदालत में अपने पर हुए अत्याचार के खिलाफ नहीं गया। सीधे शब्दों में राहल द्वारा लगाए आरोप बे बुनियाद और भ्रामक हैं।
विपक्षी महिला सांसदों ने बुधवार (11 अगस्त 2021) को आरोप लगाया कि राज्यसभा में एक महिला मार्शल (सुरक्षाकर्मी) ने उनके साथ हाथापाई की और बलप्रयोग किया। हालाँकि इस दावे के विपरीत राज्यसभा की कार्यवाही से जुड़े विजुअल्स में यह पता चलता है कि कॉन्ग्रेस सांसद पी देवी नेताम और छाया ने महिला मार्शल (सफेद साड़ी में) को खींचा और उनके साथ मारपीट की।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी जानकारी दी कि महिला मार्शल से हाथापाई के प्रयास हुए हैं जबकि विपक्ष लगातार इसका खंडन कर रहा है।
राज्यसभा की कार्यवाही का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें विपक्षी सांसदों को मार्शल्स के साथ बदतमीजी करते हुए देखा जा सकता है।
कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने आज (12 अगस्त 2021) प्रोटेस्ट मार्च किया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है। राहुल गाँधी ने तो यह भी आरोप लगाया कि सांसदों पर बाहरी लोगों ने हमला किया, जिन्हें केंद्र सरकार ने विपक्ष को पीटने के लिए बुलाया था।