हुक्का बार संचालकों ने कॉंग्रेस पर लगाए परेशान करने के आरोप

पंचकुला(ब्यूरो) :

पंचकूला में आज कैफे, लाउंज, रेस्टोरेंट और क्लब संचालकों ने आज अपनी मांगों को लेकर की प्रेस वार्ता।

हुक्का बार संचालकों व क्लब संचालकों को परेशान करने के लगाए आरोप।

गृहमंत्री अनिल विज द्वारा हाल ही में हुक्का बार संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हुक्का बारों पर रेड के आदेश जारी किए गए थे। कॉंग्रेस पर आरोप हैं की कॉंग्रेस ने राज नैतिक दबाव बनवा कर और फर्जी आरोप लगवा कर हुक्का बार मालिकों पर रेड डलवाई जब की गृह मंत्री को ज्ञापन सौंपने गए पार्षद भी कैफे में या बाहर हुक्का गुड़गुड़ाते पाये गए

पंचकूला के सेक्टर 5 में एकत्रित होकर क्लब संचालकों ने कांग्रेस नेताओं पर लगाए राजनीति करने के आरोप।

पंचकूला क्लब एसोसिएशन के बैनर तले पंचकूला के सभी क्लब संचालक गृहमंत्री अनिल विज को सौंपेंगे ज्ञापन।

पंचकूला में आज एक प्रेस वार्ता के दौरान कैफे संचालक अमित वर्मा ने कहा कि अगर किसी भी हुक्का बार या क्लब में निकोटिन युक्त हुक्का परोसा जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए और वो इसका स्वागत करते हैं। लेकिन अगर हर्बल हुक्का और निकोटिन रहित हुक्का परोसा जा रहा है तो ऐसे में उन्हें परेशान करना नाजायज है। क्लब संचालक अमित वर्मा व मनीला मोंगिया ने कहा कि वो सरकार व प्रशासन का सहयोग करने को तैयार हैं। और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी हुक्का बार व क्लब में निकोटिन युक्त हुक्का न परोसा जाए।

उनका कहना है कि COPTA एक्ट के तहत हर्बल हुक्का पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है। इसके बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पास हर्बल हुक्का जोकि निकोटिन रहित है इसकी रिपोर्ट भी मौजूद है। जिसे सरकार और प्रशासन जांच सकती है।

काबिलेजिक्र है कि गृहमंत्री अनिल विज द्वारा हाल ही में हुक्का बार संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हुक्का बारों पर रेड के आदेश जारी किए गए थे।

इन आदेशों पर कार्रवाई करते हुए पंचकूला पुलिस ने कई हुक्का बारों पर की की थी रेड। हुक्का बार संचालकों का आरोप की पुलिस द्वारा बार-बार की जाने वाली रेड से ग्राहक भी हो रहे हैं परेशान। जिससे पहले ही से मंडी में आए व्यवसाय को और भी हानी हो रही है। इसी कारण वह अपने साफ में कटोती करने को मजबूर हैं। एक तरह से कॉंग्रेस ईमानदार नागरिकों की बेरोजगारी बढ़ा रही है।

लॉकडाउन और मंदी की मार झेल रहे कैफे, बार और लाउंज में कर्मचारी हो रहे बेरोजगार।