उत्तर प्रदेश चुनावी कमेटी के 38 नाम घोषित, कमेटी में मात्र 3 महिलाएं
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। कांग्रेस भी यूपी चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि पार्टी पूरी क्षमता के साथ चुनाव लड़ेगी। पार्टी महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने में जुटी हैं। बुधवार को यूपी कांग्रेस ने 38 सदस्यीय प्रदेश चुनाव समिति की घोषणा कर दी है।
आज कॉंग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश चुनाव समिति के गठन के प्रस्ताव को त्वरित प्रभाव से मंजूरी दे दी है। लेकिन महिलाओं का प्रतिनिधित्व ना के बराबर है।
कांग्रेस की उत्तरप्रदेश ईकाई ने अपनी चुनाव समिति का गठन कर घोषणा करदी है, जिसमे कुल 38 सदस्य हैं और यह सभी सदस्य उत्तरप्रदेश इकाई में पदाधिकारी के तौर पर कार्य कर रहे हैं। कोंग्रेस द्वारा जारी की गई इस चुनाव समिति की सूची में 38 सदस्य हैं।
कॉंग्रेस की अध्यक्षा पार्टी के प्रथम परिवार की महिला हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए प्रथम परिवार की बेटी को आगे लाया जा रहा है। कॉंग्रेस पार्टी में महिला अधिकारों का यह एक जीवंत उदाहरण है। कॉंग्रेस की बात करें तो यहाँ ऐसा प्रतीत होता है की हाथी के पाँव में सबका पाँव वाली कहावत चिरतार्थ होती है। सूत्रों की माने तो प्रियंका वाड्रा आगामी चुनावों में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा हैं।
यूपी कांग्रेस की प्रदेश चुनाव समिति:
- अजय कुमार लल्लू (प्रदेश अध्यक्ष)
2.आराधना मोना मिश्रा - मोहसिना किदवई
- सलमान खुर्शीद
- निर्मल खत्री
- प्रमोद तिवारी
- राजीव शुक्ला
- पी एल पुनिया
- आरपीएन सिंह
- विवेक बंसल
- प्रदीप जैन आदित्य
- प्रदीप माथुर
- राजाराम पाल
- राजेश मिश्रा
- राकेश सचान
- बेगम नूर बानो
- जफर अली नकवी
- हरेंद्र मलिक
- राशिद अल्वी
- मोहम्मद मुकीम
- नसीमुद्दीन सिद्दीकी
- आचार्य प्रमोद कृष्णम्
- विभाकर शास्त्री
- रंजीत सिंह जुदेव
- अनुग्रह नारायण सिंह
- विनोद चतुर्वेदी
- अजय राय
- अजय कपूर
- संजय कपूर
- इमरान मसूद
- बृजलाल खाबरी
- सुधांशु त्रिपाठी
- बी पी सिंह
- जितेंद्र बघेल
- मसूद अख्तर
- नरेश सैनी
- सुहैल अंसारी
- दीपक सिंह।
नारी मुक्ति, नारी अधिकारों की बड़ी बड़ी बातें करने वाली कॉंग्रेस 33 प्रतिशत महिला आरक्षण की प्रखर समर्थक रही है वहीं अपनी पार्टी में मात्र प्रियंका ही 33 फीसदी पर भारी है। अभी की जारी लिस्ट में जो 29 नाम हैं उनमंर केवल 3 नाम महिलाओं के हैं जबकि पार्टी के बोल -बच्चन के अनसार 33%, 12 /13 होते हैं। तो क्यों यह न माना जाये की कॉंग्रेस पार्टी को प्रथम परिवार के बाहर महिलाओं पर भी विश्वास नहीं है?