गौ सुरक्षा को टास्क फोर्स बनाने के लिये मुख्यमंत्री का किया आभार

पंचकूला, 4 अगस्त:

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्रदेश में स्पेशल गायों की सुरक्षा के लिय टास्क फोर्स बनाए जाने पर हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है। आज पंचकूला में एक प्रेस वार्ता के दौरान श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि हरियाणा में कॉउ प्रोटक्शन टास्क फोर्स के गठन से प्रदेश के हजारों लाखों गो भक्तों, गौ रक्षकों, गौ सेवको आदि में जबरदस्त खुशी का माहौल है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इससे गोवंश के प्रति किसी भी अनैतिक गतिविधियों जैसे की गोकशी, गौ तस्करी, गौ मांस बिक्री इत्यादि पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने का मार्ग प्रशस्त होगा। यद्यपि गाय के प्रति माननीय मुख्यमंत्री द्वारा आरंभ में ही हरियाणा गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन एक्ट 2015 पारित किया गया। जिसके अंतर्गत गोवंश को पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की गई तथा उल्लंघन करने वालों  के खिलाफ कड़े दंड का प्रावधान किया गया।

चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि प्रदेश में बेसहारा गोवंश को गौशालाओं एवं नंदी शालाओं में आश्रय दिया जाता है तथा पिछले 5 वर्ष की अवधि में प्रदेश की गौशालाओं में राज्य सरकार द्वारा लगभग 100 करोड रुपए की अनुदान राशि विभिन्न मदों में दी जा चुकी है। जिससे गौशालाओं में आश्रय पाने वाले गोवंश के लिए बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास के साथ चारे पानी आदि की व्यवस्था की जा सके। श्रवण गर्ग ने कहा कि गोवंश की भलाई के कार्य को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा हाल ही में हरियाणा में सभी पंजीकृत गौशालाओं में मीटर्ड पावर सप्लाई पर बिजली की दर ₹2 प्रति यूनिट की जा चुकी है। गौशालाओं को दी जाने वाली जमीन पर रजिस्ट्री शुल्क 1 प्रतिशत की दर से कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ यह भी आदेश दिए गए हैं कि बेसहारा गोवंश को किसी भी प्रकार की शारीरिक पीड़ा अथवा चोटिल होने की अवस्था में उनके उचित इलाज की व्यवस्था हेतु प्रत्येक जिला में जिला स्तर पर पशु अस्पताल अथवा किसी अस्पताल में जगह उपलब्ध न होने की अवस्था में गौशाला में एक चिकित्सालय (इंफरमरी) स्थापित की जाए। जिसमें कम से कम 50 गोवंश के लिए इलाज की व्यवस्था के साथ-साथ उनके रहने तथा चारा पानी आदि की व्यवस्था भी हो, ताकि गोवंश के किसी भी प्रकार की बीमारी की अवस्था में इलाज और देखभाल सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि भविष्य में पशुपालन विभाग द्वारा केवल देशी गाय का ही सैक्स शॉर्टेड सीमन जिससे केवल बछड़ी ही पैदा होंगी खरीदा जाएगा। गौशालाओं को भी इस सीमन का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि गौशालाओं में उपलब्ध गोवंश का देसी नस्ल सुधार सुनिश्चित हो क्योंकि हम गाय को माता का दर्जा देते हैं तथा गाय हमारे लिए पूजनीय है अतः गौमाता के कल्याण के लिए उठाए गए अभूतपूर्व कदमों के लिए माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल गौ माता के आशीर्वाद तथा पुण्य के भागी बनेंगे ।

हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने आगे यह भी बताया कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाए जाने के उद्देश्य से हरियाणा गौ सेवा आयोग द्वारा श्री कामधेनु गौशाला सेवा सदन पिंजौर (पंचकूला) में  गोवंश अनुसंधान केंद्र की स्थापना हाल ही में की गई है । जहां जैविक खाद, गोबर से बनी ईट, गौमूत्र से बनी गोनाइल, धूप, अगरबत्ती एवं गोमूत्र अर्क का उत्पादन आरंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी उत्पादों के मानक लैब टेस्ट के आधार पर सुनिश्चित करवाए जा रहे हैं ताकि उन्हीं मान्यता प्राप्त मानकों एवं मापदंडों को अपनाते हुए प्रदेश की विभिन्न गौशालाओं द्वारा विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा सकें तथा बाजार में उनकी बिक्री में भी कोई कठिनाई न हो। यद्यपि यह प्रसन्नता का विषय है कि अब तक गोनाइल जिसका उत्पादन अप्रूव्ड मानदंडों के आधार पर हो रहा है। उसकी बिक्री में कोई बाधा नहीं है तथा सारा का सारा उत्पादित माल साथ के साथ ही बाजार में बिक जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब कार्य संबंधित गौशालाओं द्वारा ही किया जा रहा है तथा आयोग द्वारा केवल मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हुए एक व्यवस्थित ढांचा तैयार कर दिए जाने का प्रयास है ताकि गौशाला में गौ मूत्र तथा गोबर जो गौशालाओं में एक ही स्थान पर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहता है उसका समुचित उपयोग कर गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाकर गोवंश का अधिकतम कल्याण सुनिश्चित किया जा सके।
इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के सचिव डाॅ चिरंजन, गौ सेवा आयोग के चेयरमैन के सलाहकार ओमप्रकाश गुप्ता, सतीश मंगला भी उपस्थित थे।