इलेक्शन ड्युटी के नाम पर कलेक्ट्रेट गए एक वर्ष हो गया निगम नहीं लौटे कर्मचारियों की मूल पद पर वापसी के आदेश
शहर की सफाई के लिए पहले ही पर्याप्त सफाई कर्मी नहीं हैं। 2018 में सफाई कर्मचारियों की भर्तियां तो हुई, लेकिन वह भी स्वीकृत पदों से आधी। शहर में फिर से स्वच्छता सर्वेक्षण होने वाला है। कर्मचारियों की कमी के चलते शहर की साफ-सफाई प्रभावित हो रही है । अधिकांश कर्मचारी अन्य शाखाओं में कार्यरत हैं। उन्हें वापस बुलाया जा रहा है। लम्बे समय से कर्मचारी अपने चहेते अधिकारियों की हाज़री बजा रहे है और अपने मूल काम से बचना चाह रहे हैं। इसकी भनक आयुक्त को लग गई। यही बड़ा कारण है इन कर्मचारियों को उनके मूल काम से वापस जोड़ा जा रहा है।
करणीदानसिंह राजपूत, सूरतगढ़ :
राजस्थान के स्वायत शासन विभाग के निदेशक ने 29 जुलाई 2021 को आदेश दिया है जिससे पूरे राजस्थान की नगरपालिकाओं, नगरपरिषदों व नगरनिगमों में हड़कंप मचा है।
स्वायत शासन विभाग के निदेशक ने आदेश दिया है कि नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के पद पर लगे कर्मचारियों से अन्य स्थानों विभागों पर कार्य कराया जा रहा है,उन्हें मूल पद पर कार्य का आदेश दिया जाए।
यदि कोई मूल पद पर कार्य नहीं करता है तो उसकी हाजिरी नहीं लगाई जाए और वेतन नहीं दिया जाए।
विदित रहे कि नगर पालिका नगर परिषद नगर निगमों में सफाई कर्मचारियों के पदों पर लगे कर्मचारियों से अन्य स्थानों पर दफ्तरों में लिपिक पदों कंप्यूटर ऑपरेटरों आदि पर कार्य कराया जा रहा है। अनेक को विभिन्न दफ्तरों में प्रतिनियुक्ति पर लगाया हुआ है।
नियुक्ति के बाद कभी उठाया ही नहीं हाथ में झाड़ू
कई सफाई कर्मचारी ऐसे है जिनकी 2018 में नियुक्ति के बाद से अब तक कभी झाड़ू हाथ में ही नहीं लिया। दरअसल उस समय जब सफाई कर्मियों के पदों पर भर्ती निकली थी तब ग्रैजुएट, पोस्ट ग्रैजुएट लोगो ने आवेदन किया। इन लोगों की नियुक्ति तो हो गई लेकिन झाड़ू हाथ में लेकर वार्डों में सफाई करने से बचना चाह रहे है और मूल कार्य की जगह अन्य शाखाओं में सेवाएं दे रहे है।
इलेक्शन ड्युटी के नाम पर कलेक्ट्रेट गए एक वर्ष हो गया निगम नहीं लौटें
निगम उन कर्मचारियों को भी वापस निगम बुलाएगा जो इलेक्शन ड्युटी के नाम पर पिछले एक वर्ष से कलेक्ट्रेट में बैठे है। इसके अलावा सीएसआई के अधीन लगे सफाई कर्मचारी। पशु-वध गृह से करीब सात कर्मचारियों व अन्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों को को भी वार्ड में सफाई के लिए भेजा जाएगा।
उपायुक्त नगर निगम नॉर्थ कमलेश व्यास का कहना है कि वार्डों में सफाई कर्मचारियों के कमी को देखते हुए जिन कर्मचारियों को अन्य शाखाओं व विभागों में नियुक्त किया गया है उन्हें वापस मूल कार्य पर नियुक्त किया जाएगा। इससे शहर में सफाई व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
इससे सफाई कार्य प्रभावित होता है।
इनकी शिकायतें होती रही है लेकिन आदेशों के बावजूद नगर निकायों में अधिशासी अधिकारी चुने हुए अध्यक्ष आदि ध्यान नहीं दे रहे।
स्वायत शासन विभाग ने 2018 और 2020 में भी इस प्रकार के आदेश दिए थे जिनका पालन नहीं होने पर शिकायतें होती रही। अब 29 जुलाई 2021 को यह सख्त आदेश जारी हुआ है। अब अन्यत्र काम करने वालों को वेतन का संकट रहेगा वहीं अधिशासी अधिकारी जैसे पद पर भी कार्रवाई होगी।