मुस्लिम त्ष्टिकरण की राह पर कैप्टन अमरिंदर सिंह
अमेठी से चुनाव हारने के डर से राहुल ने दूसरा नामांकन वायनाड, मुस्लिम बहुल वायनाड से भरा। अपनी पुश्तैनी सीट ‘अमेठी’ हार गए पर मुसलिम बहुल वायनाड में जनेयू धारी दत्तात्रेय गोत्र के रहल गांधी जीत गए। अब बारी बंगाल चुनाव की थी, एक ओर वामपंथियों का सहयोग तो दूसरी ओर फुरफुरा शरीफ के मौलाना अब्बास सददिकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ हाथ मला लिया। मुसलिम तुष्टीकरण का ऐसा बुखार किसी को नहीं चढ़ा जैसा की कॉंग्रेस पार्टी को। बंगाल में सददिकी तो साथ लगते असम mein बद्द्र्द्दिन अजमल की AIDUF जैसी खालिस इस्लामिक पार्टी से हाथ मिलाया। नतीजा बंगाल में शून्य तो असम में हार का सामना करना पड़ा। अब बात पंजाब की। पूर्वोत्तर राज्यों में मिली शर्मनाक हार से घबराई कॉंग्रेस अब फिर से मुसलिम तुष्टिकरण की ओर बढ़ रही है। ताज़ातरीन ऊदाहरण पंजाब के मुस्लिम बहल इलाके मलेरकोटला का है। पूछने वाले तो कैप्टन की पाकिस्तानी पत्रकार दोस्त ‘अरूसा आलम’ का हाथ होने की भी बात पूछ रहे हैं।
ईद के मौके पर सीएम अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मलेरकोटला को प्रदेश के 23वें जिले के रूप में घोषित किया है। उन्होंने नए जिले के लिए 500 करोड़ रुपये की लागत से कॉलेज, बस स्टैंड और महिला पुलिस थाना की परियोजना का भी ऐलान किया है। ईद-उल-फितर के मौके पर लोगों को बधाई देने के लिए राज्य स्तर पर ऑनलाइन तरीके से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मलेरकोटला के लिए 500 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज, एक महिला कॉलेज, एक नया बस स्टैंड और एक महिला पुलिस थाना बनाने की भी घोषणा की। नए जिले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि यह लंबे समय से लंबित मांग रही है।’ सिंह ने कहा कि मलेरकोटला शहर, अमरगढ़ और अहमदगढ़ भी इस नए जिले की सीमा में आएंगे।
सारिका तिवारी, चंडीगढ़ :
मुस्लिम बहुल मलेरकोटला पंजाब का 23वाँ जिला बन गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ईद के मौके पर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अरसे से लंबित इस माँग को पूरा कर दिया गया है। ईद-उल-फितर के मौके पर लोगों को बधाई देने के लिए राज्य स्तर पर ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मलेरकोटला में 500 करोड़ रुपए की लागत से मेडिकल कॉलेज, एक महिला कॉलेज, एक नया बस स्टैंड और एक महिला पुलिस थाना बनाने की भी घोषणा की।
मुस्लिम बहुल कस्बा मलेरकोटला अब तक संगरूर जिले का हिस्सा था। यह संगरूर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नए जिले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जानता हूँ कि यह लंबे समय से लंबित माँग रही है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के वक्त पंजाब में 13 जिले थे। सिंह ने कहा कि मलेरकोटला शहर, अमरगढ़ और अहमदगढ़ नए जिले की सीमा में आएँगे।
बाद में एक ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा, “यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि ईद-उल-फितर के पाक मौके पर मेरी सरकार ने घोषणा की है कि मलेरकोटला राज्य का नवीनतम जिला होगा। 23वें जिले का विशाल ऐतिहासिक महत्व है। जिला प्रशासनिक परिसर के लिए उचित स्थान का तत्काल पता लगान का आदेश दिया है। मलेरकोटला को जिला का दर्जा देना कॉन्ग्रेस का चुनाव से पहले किया गया एक वादा था।
बता दें कि 1966 में जब पंजाब का विभाजन हुआ था तब 13 जिले हुआ करते थे, जो अब बढ़ कर 23 हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए वक्फ बोर्ड ने 25 एकड़ जमीन दी है। मलेरकोटला में लड़कियों के कॉलेज के लिए 12 करोड़ और बस स्टैंड के लिए 10 रुपए आवंटित करने की घोषणा भी सीएम ने की।
वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी ईद के मौके पर मलेरकोटला में आने की बहुत इच्छा थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण वह आ नहीं सके। उन्होंने कहा कि मलेरकोटला पटियाला रियासत का हिस्सा रहा है और उनके बुज़ुर्गों के मालेरकोटला के नवाब के साथ बहुत अच्छे संबंध रहे हैं।
उन्होंने मालेरकोटला के विकास के 6 करोड़ रुपए का अनुदान देने की भी घोषणा की। कहा कि बहुत जल्द मालेरकोटला में जिला उपायुक्त की तैनाती कर दी जाएगी। कार्यक्रम को पंजाब कॉन्ग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़, कैबिनेट मंत्री बेगम रजिया सुलताना ने भी संबोधित किया।
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