सरार ओरोना के नाम पर लोगों को बरगलने में लगी है और इसने ग्रामी क्षेत्रों में पाँव पसारने शुरू कर दिये हैं: चंद्रमोहन
पंचकूला 13मई:
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि जिस प्रकार से हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के भोले-भाले लोगों को कोरोना के नाम पर बरगलाया जा रहा है, आज उसी का परिणाम है कि इस महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है और सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि इसने ग्रामीण क्षेत्रों अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश के लोगों का यह कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि है कि हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज और मुख्यमंत्री के बीच कोई तारतम्य की कमी का खामियाजा प्रदेश के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। श्री विज तो लाकडाउन को लाकडाउन मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने इसे एक नया नाम दिया है + सुरक्षित हरियाणा+ मैं विज साहब से पूछना चाहता हूं कि क्या नाम बदलने से कोरोना भाग जायेगा। मुख्यमंत्री को मनोहर लाल कहो या खट्टर साहब इससे क्या फर्क पड़ता है। कोरोना को भगाने के लिए तो ठोस नीति निर्धारण करना पड़ेगा और इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति के सहयोग की जरूरत है। सभी मिल कर ही इस कोरोना रूपी राक्षस को हरा सकते हैं।
चन्द्र मोहन ने कहा कि न्यूज़ चैनलों द्वारा हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रहे कोरोना की भयावह विभीषिका की जो तस्वीर दिखाई जा रही है, उससे लगता है कि सरकार सत्ता में बने रहने का अपना अधिकार खो चुकी है। इस सरकार ने लोगों के साथ धोखा किया है। जिला रोहतक के टिटोली गांव की वास्तविकता एक न्यूज चैनल में दिखलाई गईं थीं कि वहां पर कोविड सैन्टर के नाम कोई सुविधा नहीं है। केवल मात्र तखत पर गद्दे डालकर औपचारिकता पूरी की गई ना वहां पर न कोई डॉक्टर है और न कोई पैरामेडिकल स्टाफ,न ही आक्सीजन है, ना ही दवाइयां और न ही कोई मैडिकल उपकरण हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर का दावा है कि प्रदेश में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
चन्द्र मोहन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन काल में स्वास्थ्य सेवाओं में हरियाणा, देश के अग्रणीय राज्यों में शुमार था और आज प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की चरमराई हुई व्यवस्था इस बात की गवाही दे रही है कि पिछले 7 वर्षों के दौरान हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को रसातल में पहुंचाने का काम हरियाणा सरकार बेहतर तरीके से पूरा किया है । प्रदेश के लोग इस सरकार को कभी भी माफ नहीं करेंगे। देश में चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 12 अप्रैल को देश में टीका उत्सव मनाने की घोषणा की थी , देश की सरकारों और लोगों ने भी भरपूर सहयोग भी दिया
चन्द्र मोहन ने कहा कि ठीक एक महीने बाद आज 12 भी को हरियाणा, कोविड के बचाव के लिए टीके लगाने में देश में 15 वे स्थान पर है। यह है इस सरकार की सच्चाई और वास्तविकता। उन्होंने कहा कि 12 अप्रैल की तुलना में आज देश में 82 प्रतिशत टीके कम लग रहें हैं। देश के लोगों के साथ यह कितना बड़ा धोखा किया जा रहा है। मैं देशवासियों को हार्दिक बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने थाली भी बजाईं और दीप भी जलाए और टीका उत्सव में भी बढ़-चढ़कर भाग भी लिया, लेकिन उनकी मुसीबतों में आज तक कोई भी कमी नहीं आई है। केन्द्र सरकार की अकर्मण्यता और ठोस नीति के अभाव में देश के सर्वोच्च न्यायालय को आम लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए केन्द्र को कठोर निर्देश देने पर विवश होना पड़ा है और आक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए एक 12 सदस्यीय राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन करने पर मजबूर होना पड़ा है।
चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने भी मुख्यमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। मैंने पहले भी मांग की थी कि सभी पार्टियों के नेताओं को विश्वास में लेकर ही हम इस भयावह स्थिति का सामना कर सकते हैं। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री हड़बड़ा गए हैं और उनका अंहम अभी तक जनता की त्रासदी से नहीं पिंगला है । इस लिए वह बार- बार अनुरोध करने के बावजूद भी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक नहीं बुला रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि इस महामारी से निपटने के लिए ठोस कार्य और तकनीकी नीति तैयार की जाए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी के बढ़ रहे प्रकोप को जल्दी से जल्दी रोका जा सके और जैसे कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 15 मई से ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे करने का अभियान शुरू किया जाएगा । मैं पूछना चाहता हूं कि 15 मई से क्यों आज से ही एक नये अभियान की शुरुआत की जाए ताकि जितना जल्दी हो सके इस बीमारी से पीड़ित लोगों को निदान दिलाया जा सके।
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