Friday, December 27

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

  • शिक्षक यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने में निभा सकते हैं महत्वपूर्ण भूमिका: सम्भागीय परिवहन अधिकारी।
  • बिना रिफ्लेक्टर चलने वाले वाहन चालकों का किया जाए चालान।


सहारनपुर सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) राधेश्याम द्वारा शिक्षकों से अपील की कि सडक दुर्घटना रोकने के लिये शिक्षक भी अपनी भूमिका का निर्वाहन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग के सडक दुर्घटनाओं के रोकने के मिशन में शामिल हो, इसके लिये शिक्षक आरम्भ से ही छात्रों को यातायात नियमों के सम्बन्ध में जानकारी दे तथा उसकी महत्ता को बतायें। उन्होंने शिक्षकों के द्वारा जागरूक किये गये छात्र बेहतर तरीके से यातायात के नियमों को भली प्रकार समझ पायेंगे।सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) राधेश्याम ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होने कहा कि चिलकाना रोड स्थित नवीन मण्डी स्थल पर सडक सुरक्षा जागरूकता के सम्बन्ध में मण्डी आने वाले वाहन चालकों को पम्पलेट  वितरण कर जागरूक किया गया तथा बिना रिफ्लेक्टर चलने वाले वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाने की कार्यवाही सम्पादित की गयी। राष्ट्रीय सडक सुरक्षा माह 2021 के अन्तर्गत सडक सुरक्षा जागरूकता के सम्बन्ध में एनसीसी, एनएसएस तथा स्काउट के छात्र-छात्राओं के साथ जनपद मुख्यालय के प्रमुख चैराहों तथा रेलवे स्टेशन, घण्टाघर, अम्बाला रोड आदि स्थानों पर पैदल मार्च करके पैदल चलने वाले यात्रियों तथा बिना हेलमेट व सीट-बेल्ट के चलने वाले वाहन चालकों को फूल देकर व सडक सुरक्षा सम्बन्धी पम्पलेट देकर जागरूक किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में बडी संख्या में एनसीसी व स्काउट के कैडेट्स शामिल हुये।
सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आरपी मिश्रा ने बताया कि सडक सुरक्षा जागरूकता के सम्बन्ध में परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का सडक सुरक्षा के सम्बन्ध में जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मास्टर ट्रेनर डॉ अजय कुमार ने पीपीटी के माध्यम से विस्तार पूर्वक सडक दुर्घटनाओं के कारणों एवं बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि  सडक दुर्घटनाओं के कारणों व उपायों पर चर्चा की गयी तथा शिक्षकों से अनुरोध किया कि स्वयं भी यातायात नियमों का पालन करें तथा इस सम्बन्ध में छात्रों को भी जागरूक करें। इसके लिये स्कूलों में सडक सुरक्षा से सम्बन्धित चित्रकला, पेन्टिंग, भाषण प्रतियोगिता, निबन्ध प्रतियोगिता आदि कराया जायें तथा छात्रों को यातायात चिन्हों से अवगत कराया जायें। इसके अतिरिक्त स्कूल की दीवारों पर सडक सुरक्षा सम्बन्धी पेन्टिंग करायी जाये तथा स्लोगन लिखायें जायें जिससे छात्रों में सडक सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूकता आयेगी तथा उनमें ट्रैफिक सेन्स का विकास होगा। अन्त में डायट के प्राचार्य द्वारा सभी का इस सम्बन्ध में धन्यवाद किया गया साथ ही अपील किया गया कि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक अरूण दूबे, यात्री/मालकर अधिकारी खेमानन्द पाण्डेय, यातायात निरीक्षक पवन तोमर व बडी संख्या में वाहन व्यवसायी, बेसिक शिक्षा के अध्यापक तथा वाहन चालक आदि मौजूद रहे।Attachments area