सहारनपुर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी नकुड़ हिमांशु नागपाल के सख्त तेवरों के आगे वर्षों से सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा किये बैठे कब्जाधारियों की एक न चली। आखिर 300 बीघा सरकारी भूमि को अवैध कब्जाधारियों को खाली ही करना ही पड़ा। एसडीएम ने कहा कि सरकारी भूमि पर अैवध कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जायेंगा। उन्होंने कहा कि अवैध भूमि पर कब्जा करने वालों की शिकायत की लेखपालों की टीम से जांच कराये जाने के बाद कार्रवाही
निशिचत की जायेंगी।
एसडीएम ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गंगोह क्षेत्र के ग्राम सैय्यद सराजपुर में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायतें मिलने के बाद लेखपाल और कानूनगो की टीम कब्जा हटवाने में असफल रही। एसडीएम ने अवैध कब्जा हटाने की जिम्मेदार लेते हुए भारी पुलिस फोर्स और राजस्व कर्मियों के साथ सैय्यद सराजपुर में पहुंच कर सरकारी भूमि से कब्जा हटवाया। कब्जा हटवाते समय कब्जाधारियों से नोक झोंक होने के बाद भी प्रशासन व पुलिस की
सख्ती के चलते एक भी कब्जाधारी वहां नहीं टिक पाया। सैयद माजरा अहतमाल में करीब तीन सौ बीघा सरकारी जमीन पर पिछले काफी समय से कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।एसडीएम हिमांशु नागपाल, तहसीलदार देवेंद्र सिंह, कानूनगो संजय सिंह, कोतवाली प्रभारी भानू प्रताप सिंह पूरे लाव लश्कर के साथ हरियाणा सीमा से सटे गांव सैयद माजरा पहुंच गए। सरकारी अमले को देख वहां मौजूद लोगों में हडकंप मच गया। एक अवैध कब्जाधारी ने विरोध करने का प्रयास किया लेकिन प्रशासन व पुलिस की सख्ती के चलते वह चुपके से निकल गए। राजस्व विभाग की टीम द्वारा बिना किसी विरोध के सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त करा दिया गया। लेखपाल सुरेंद्र कुमार, कुमार पराशर, राकेश सोलंकी आदि मौजूद रहे।ज्ञातव्य है कि गांव सैयद माजरा मे काफी समय से सैकड़ों बीघा भूमि पर अवैध कब्जे किए हुए है पूर्व में कई बार लेखपाल कानूनगो कब्जे हटवाने के लिए रिपोर्ट देते रहे परन्तु राजनैतिक दबाव में कार्यवाही रुक जाती थी। लेकिन अब एसडीएम के सख्त रूख के चलते अवैध कब्जेधारियों में खलबली मची हुई है।