मेयर वालिया यहां निगम में नगरायुक्त व अन्य सभी विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ एक समीक्षा बैठक की

  • निगम की जमीन कब्जाने वाले भूमाफिया भी कराये जायेंगे सूचीबद्ध
  • शहर को कूड़ा मुक्त करने और निगम की आय बढ़ाने पर भी हुआ विचार
  • मेयर संजीव वालिया ने नगरायुक्त व अन्य अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

राहुल भारद्वाज सहारनपुर:

सहारनपुर मेयर संजीव वालिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि निगम की जिन जमीनों को कब्जा मुक्त कराया गया है,यदि उन पर कोई दोबारा कब्जा करता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं और उसे भूमाफिया घोषित कराने के लिए शासन-प्रशासन के स्तर पर कार्रवाई की जाएं। उन्होंने नगर निगम की सभी जमीनों का कम्पयूटराइज्ड डाटा बैंक बनाने और उसे लगातार अपडेट करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में आयोजित निगम बोर्ड की बैठक में विकास संबंधी अनेक प्रस्ताव लाये जायेंगे और यदि बोर्ड इन्हें हरी झंडी दे देता है तो सहारनपुर में विकास का रथ और तेज़ दौड़ता नज़र आयेगा।   

मेयर वालिया यहां निगम में नगरायुक्त व अन्य सभी विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ एक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। सहारनपुर के विकास कार्यो को गति देते हुए नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने तथा शहर के सौंदर्यकरण और नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए विभागाध्यक्षों से सुझाव मांगे गए। इसी के तहत कब्जा मुक्त करायी गयी तथा पहले से खाली पड़ी निगम की जमीनों का उपयोग किस प्रकार किया जाए कि निगम की आय में वृद्धि हो और नगर निगम आत्म निर्भर बन सके, इस पर चर्चा हुयी । उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी भी शिकायतें मिली है कि निगम द्वारा कब्जामुक्त करायी गयी जमीनों पर फिर से लोग कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने संपत्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज कराये जाएं और उन्हें भूमाफिया के रुप में सूचीबद्ध कराएं।

मेयर वालिया ने कान्हा उपवन गौशाला के विस्तार पर भी सुझाव मांगे और संपत्ति  अधिकारी को निर्देश दिए कि वे निगम की ऐसी भूमि तलाश करे जहां दूसरी गौशाला का निर्माण कराया जा सके। उन्होंने गांधी पार्क परिसर में बनने वाले शाॅपिंग काम्पलेक्स तथा गैराज के निकट प्रस्तावित हेल्थ सेंटर, गौवंश संस्कार स्थल तथा शहर के शमशान घाटों में गैस व इलेक्ट्रिक उपकरण लगाये जाने के संबंध में भी चर्चा की और सुझाव मांगे। 

नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि सहारनपुर को नंबर वन पर लाने के लिए कड़ी मेहनत के साथ ही कुछ ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के साथ हमें महानगर के अपने दस एमआरएफ सेंटरों को पूरी क्षमता से गतिशील करना होगा। उन्होंने नगर स्वास्थय अधिकारी डाॅ. ए के त्रिपाठी को निर्देश दिए कि महानगर में कम से कम एक एमआरएफ सेंटर को इस तरह विकसित किया जाए कि सबका निस्तारण एक छत के नीचे हम दिखा सके। उन्होंने कहा कि ये आदर्श एमआरएफ सेंटर ऐसा हो जहां गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग छांटने के अलावा कंपोस्ट खाद भी वहां बनायी जाए और उपयोग के बाद फेंके गए मास्क का निस्तारण भी वहां किया जाए।

नगरायुक्त ने नगर स्वास्थय अधिकारी को दस कर्मचारियों का एक नदी गैंग बनाने के निर्देश दिए जो हर दिन केवल नदी की सफाई का कार्य करें तथा पचास कर्मचारियों का नाला गैंग बनाने के भी निर्देश दिए ताकि शहर के नालों की लगातार सफाई की जा सके। नगर स्वास्थय अधिकारी ने बताया कि शहर को कूड़ा मुक्त करने और पांवधोई नदी को प्रदूषण से बचाने की दिशा में नदी किनारें चार अंडर ग्राउंड कूड़ाघर बनाने की कार्ययोजना लगभग तैयार है, यदि निगम बोर्ड इसे हरी झंडी दे देता है तो इन पर कार्य शुरु करा दिया जायेगा।

नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने विद्युत प्रभारी को निर्देश दिए कि नगर निगम को पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित करने के लिए कार्य योजना बनाएं, साथ ही उन्होंने पूरे शहर को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए भी सुझाव मांगे। बैठक में मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह के अलावा नगर स्वास्थय अधिकारी डाॅ. ए के त्रिपाठी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रवीश चैधरी, उपनगरायुक्त दिनेश यादव, लेखाधिकारी राजीव कुशवाह, अधिशासी अभियंता निर्माण आलोक श्रीवास्तव, एमएनएलपी बालेन्दु मिश्रा, विद्युत प्रभारी एस बी अग्रहरि, संपत्ति अधिकारी विनय शर्मा, मीडिया प्रभारी डाॅ. वीरेन्द्र आज़म, आईटी अधिकारी मोहित तलवार व पार्षद प्रतिनिधि सुरेन्द्र धवन आदि मौजूद रहे।

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