गुडग़ांव में चंडीगढ़ पुलिस के इंस्पेक्टर की वकील बेटी ऋतु शर्मा की हत्या
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, सिर्फ कहने भर को ही है। बेटियां बचती कहां हैं? कहां तक बचाएं? हर शहर , हर गली कूचे में हैवान घूम रहे हैं। मेरी बहन के साथ तो एक बार ही रेप हुआ,लेकिन पिछले चार महीने से मेरे साथ हर रोज रेप हो रहा है। इतना कहते ही बिलख पड़ा पीड़ित बहन का लाचार भाई। आज उसने बहन के जन्मदिन पर हवन और शांति पाठ कराया, वह भी संंकट मोचन को साक्षी मानते हुए उनकी विशाल मूर्ती के सामने।
इंसाफ के लिए हवन:बहन के जन्मदिन पर बिलख पड़ा युवक; बोला, उससे तो एक दिन रेप हुआ, चार महीने से हमारा रोज हाे रहा
- योजनाबद्घ तरीके से की हत्या को बनाया खुदकुशी की घटना-ऋतु की जांघ और पेट पर चोट के निशान, रेप भी हुआ लेकिन पुलिस जांच में कई लापरवाही
- 10 अगस्त 2020 को हत्या लेकिन पुलिस के कब्जे में मौजूद मोबाइल से 22 अगस्त 2020 को हटाई गई डिस्पले पिक्चर (डीपी)
- पुलिस और फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल से उठाए फिंगर प्रिंट्स समेत अन्य साक्ष्यों की नहीं दी गई जानकारी
- ऋतु के कमरे के सामने वाले फ्लैट में सीसीटीवी कैमरे लगे मिले लेकिन वारदात के दिन की फुटेज डिलीट
- हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने दिया न्याय का भरोसा
चंडीगढ़:
चंडीगढ़ पुलिस के सेवानिवृत इंस्पेक्टर विष्णु दत्त की बेटी एवं एडवोकेट ऋतु शर्मा(28) की हत्या को गुरुग्राम पुलिस खुदकुशी की घटना दिखाने के प्रयास में जुटी है। ऋतु की हत्या 10 अगस्त 2020 को गुरुग्राम के सेक्टर-38, मकान नंबर-1198 की पहली मंजिल पर की गई। उसका शव कमरे के साथ बने बाथरूम में फव्वारे से बंधी चुन्नी के फंदे से लटका मिला बताया गया। लेकिन ऋतु की जांघ और पेट पर चोट के निशान मौजूद थे। पुलिसकर्मियों ने शुरूआती बातचीत में उससे रेप होने का भी शक जताया था।
पुलिस के कब्जे में मौजूद मोबाइल से 12वें दिन किन कारणों से हटाई गई डीपी10 अगस्त 2020 की इस वारदात के बाद पुलिस ने ऋतु के मोबाइल को कब्जे में लिया। लेकिन 22 अगस्त 2020 को मोबाइल की जांच से पूर्व ही उसकी डिस्पले पिक्चर (डीपी) को हटा दिया गया।
मौके से उठाए फिंगर प्रिंट्स व अन्य साक्ष्यों की नहीं दी जानकारीबहन को न्याय दिलाने के लिए ऋतु के बड़े भाई चंडीगढ़ के सेक्टर-46 स्थित सरकारी स्कूल के काउंसलर, अजय शर्मा लगातार गुरुग्राम थाना पुलिस समेत अन्य अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम द्वारा उन्हें अब तक यह नहीं बताया जा रहा कि पुलिस द्वारा घटनास्थल से फिंगर प्रिंट्स उठाए भी गए या नहीं। साथ ही मौके से अन्य किस किस प्रकार के साक्ष्य जुटाए गए, इस संबंध में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है। पुलिस मामले में लगातार लापरवाही करती आ रही है।
सामने के मकान में सीसीटीवी कैमरे लेकिन फुटेज मिली डिलीटगुरुग्राम के जिस मकान में ऋतु रहती थी, उसके सामने के मकान में सीसीटीवी कैमरे लगे मिले। वहां लगा एक कैमरा ऋतु के घर के प्रवेश द्वार के हिस्से को सर्विलांस करता है। लेकिन पुलिस द्वारा उस कैमरे में कैद हत्या के दिन की फुटेज को हासिल नहीं किया गया। क्या पुलिस द्वारा सामान्य प्रक्रिया में की जा रही ऐसी लापरवाही पर किसी उच्चाधिकारी द्वारा कोई दाण्डिक प्रक्रिया का प्रावधान नहीं है।
एसआइटी ने लटकाई मामले की जांचइंसाफ की गुहार लगाने पर उच्चाधिकारियों ने 30 अक्तुबर को बताया कि मामले की जांच के लिए एसीपी अमन यादव के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम, एसआइटी गठित की गई है। लेकिन एसआइटी द्वारा अब तक ऋतु के किसी भी पारिवारिक सदस्य के बयान तक दर्ज नहीं किए गए हैं। इसके अलावा एसआइटी अपने स्तर पर भी किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है। इस संबंध में एसीपी अमन यादव को कई बार फोन किए गए और मामले की जांच के संबंध में पूछना चाहा। लेकिन वह पहले व्यस्त होने की बात कहते रहे और अब उनके द्वारा फोन कॉल के जवाब देने भी बंद किए जा चुके हैं। यहां तक की वह व्हाट्स एप पर भेजे गए संदेशों का भी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। यह कैसी एसआइटी है, जो जांच के बजाय मामले को भूलकर बैठी है।
चंडीगढ़ आकर ऋतु का लेपटॉप ले गई गुरुग्राम पुलिसगुरुग्राम के सदर थाने का कांस्टेबल सुमित कुमार 03 नवंबर 2020 को ऋतु के पिता सेवानिवृत इंस्पेक्टर, विष्णु दत्त के चंडीगढ़, सेक्टर-20, मकान नंबर-2452 में सादे कपड़ो में पहुंचा। कांस्टेबल सुमित मामले में सबुत हासिल करने का हवाला देकर घर से ऋतु को लेपटॉप ले गया। अब वह लेपटॉप कहां है, इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
घर आकर धमका गए कुछ अनजान लोग
इस मामले में 10 अक्तुबर और 18 अक्तुबर को कुछ अनजान लोगों द्वारा ऋतु के चंडीगढ़ के सेक्टर-20 निवासी परिजनों को उनके घर पहुंचकर धमकाया गया। इस संबंध में परिवार द्वारा चंडीगढ़ के सेक्टर-19 स्थित पुलिस थाना समेत सेक्टर-9 स्थित पब्लिक विंडो पर भी शिकायत दी गई है। लेकिन इस संबंध में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस कारण ऋतु का परिवार जान को खतरा महसुस कर रहा है और मामले की पैरवी के संबंध में गुरुग्राम जाने से भी डरा हुआ है।
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