कांग्रेसी विधायक आरिफ मसूद पर कसा शिकंजा
शरारती तत्वों के खिलाफ योगी मॉडल अब दूसरी सरकारों को भी भा गया है. देश/समाज विरोधी तत्व अब अधिक दिनों तक कानून की खिल्ली नहीं उड़ा पाएंगे, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कॉन्ग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ बीजेपी की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने शिकंजा कस दिया है. आरिफ मसूद के खिलाफ जहाँ मामला दर्ज किया गया है, वहीं स्थानीय प्रशासन ने गुरुवार को सुबह मसूद के इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज के करीब अतिक्रमण कर बनाए चार अवैध निर्माण को ढहा दिया है. प्रशासन द्वारा करीब तीन घंटे चले इस अतिक्रमण में बुलडोजर से अलग-अलग जगह स्थित सीढ़ी, बाथरूम आदि तोड़े गए हैं. 2005 से निर्माण को गिराने पर रोक लगी थी.
भोपाल/नयी दिल्ली:
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. भोपाल नगर निगम ने इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के चार अवैध निर्माण को तोड़ दिया है. कुछ दिन पहले ही विधायक के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.
बताया जा रहा है कि भोपाल नगर निगम ने गुरुवार को खानू गांव स्थित बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में निर्मित बिल्डिंगों पर कार्रवाई शुरू कर दी. यहां विधायक आरिफ मसूद का इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज भी बना हुआ है. 50 मीटर के दायरे में यानी कैचमेंट एरिया में आने के कारण कांग्रेस विधायक के चार अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि यह असंवैधानिक है. हमने अपने धर्म के खिलाफ फ्रांसीसी राष्ट्रपति की टिप्पणी का शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया था. यह हमारा संवैधानिक अधिकार है. यह बदले की कार्रवाई है. 2005 से निर्माण को गिराने पर रोक लगी थी, हम मामले को उचित मंच पर ले जाएंगे. मैं अपने छात्रों को बताना चाहता हूं कि कक्षाएं बंद नहीं होंगी.
इससे पहले भोपाल मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. आरिफ मसूद ने 29 अक्टूबर को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ भोपाल के इकबाल मैदान में एक बड़े प्रदर्शन की अगुवाई की थी, जिसमें हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की संपत्ति पर प्रशासन का बुलडोजर चलने के बाद सियासी तूफान खड़ा हो गया है. कांग्रेस ने इसे दबाव की राजनीति बताते हुए सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पीसी शर्मा ने आजतक से बात करते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर यह कार्रवाई कर रही है जो गलत है. पीसी शर्मा ने कैमरे पर लाल गुलाब का फूल दिखाते हुए प्रशासन को गेट वेल सून कहा है और कहा है कि सरकार को इस फूल की तरह अच्छा बनना चाहिए.
इकबाल मैदान में प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्किंग के सभी नियम दरकिनार करते हुए लोगों ने काफी देर तक फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किया था. इसके बाद आरिफ मसूद समेत 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई थी. इसी मामले में आरिफ के खिलाफ धारा 153 के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने का एक और मामला दर्ज किया गया.
गौरतलब है कि भोपाल में हुए प्रदर्शन के बाद से ही मध्यप्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ था. प्रदर्शन के अगले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साफ कर दिया था इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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