बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए अब 1 सितंबर से डाकघरों में भी जमा करा सकते हैं बिजली बिल
बिजली उपभोक्ताओं को बिल अदायगी के लिए ऑनलाइन सिस्टम भाया
- 60 प्रतिशत से अधिक बिजली उपभोक्ता ऑनलाइन माध्यमों से करते हैं अपने बिलों की पेमंट
- बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए अब 1 सितंबर से डाकघरों में भी जमा करा सकते हैं बिजली बिल
- प्रदेश में डाकघर की 2964 शाखाएं हैं जिनमें से 2180 ग्रामीण क्षेत्र में हैं
- यहां पर बिजली उपभोक्ता आसानी से कर सकते हैं अपने बिजली बिलों की अदायगी
- बिजली वितरण निगमों की वित्तीय स्थिति में भी हुआ भारी सुधार, 2019-20 में यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन का वित्तीय लाभ 331 करोड़ 39 लाख रुपए दर्ज
- बिजली वितरण निगम लगातार तीसरे वर्ष से चल रहे हैं लाभ में
पंचकूला 01 सितंबर :
हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल अदायगी के लिए ऑनलाइन माध्यम अच्छा खासा प्रभावित कर रहे हैं। हरियाणा के 60 प्रतिशत से अधिक बिजली उपभोक्ता अपने बिजली बिलों की अदायगी के लिए ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बिजली उपभोक्ताओं को बिल की अदायगी में किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के बिजली उपभोक्ता 1 सितंबर से डाकघरों में भी अपने बिजली बिल जमा करा सकते हैं।
बिजली निगमों के प्रवक्ता ने बताया कि खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा का ध्यान में रखते हुए पोस्ट आफिस डिपार्टमेंट से बातचीत की गई और यह निर्णय हुआ कि अब बिजली उपभोक्ता डाकघर की शाखा में भी अपने बिजली बिल जमा कर सकते हैं। प्रदेश में डाकघर की 2964 शाखाएं हैं जिनमें से 2180 तो ग्रामीण क्षेत्र में हैं। डाकघरों के माध्यम से भी बिजली बिलों की अदायगी की जा सकती है, इसके लिए सबसे पहले सितंबर, 2019 में डाक विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई थी। पोस्ट आफिस के सीनियर अधिकारियों से बातचीत सफल रही और यह तय हुआ कि पोस्ट आफिस में अब बिजली उपभोक्ता अपने बिजली बिलों की अदायगी कर सकते हैं। उसके बाद जनवरी माह में बिजली वितरण निगमों के सीएमडी शत्रुजीत कपूर ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले यमुनानगर और अंबाला (पंचकूला) सर्कलों में डाकघर काउंटर से बिजली बिल का भुगतान आरंभ करने की शुरूआत करने के निर्देश दिए। इन दोनों सर्कलों के सकारात्मक नतीजों को देखते हुए अब 1 सितंबर से यूएचबीवीएन ने विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं के लिए डाकघरों के काउंटर पर बिल भुगतान की सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है, तथा डीएचबीवीएन के बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह सुविधा जल्द शुरू हो जाएगी। डाकघरों के इन काउंटरों पर 20 हजार रुपए तक के बिजली बिलों का भुगतान किया जा सकेगा। इसके लिए उपभोक्ताओं से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा और जमा की गई राशि उसी समय बिजली निगमों के सर्वर पर अपडेट हो जाएगी। वैश्विक कोरोना महामारी के खतरों को भांपते हुए ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल की अदायगी के लिए दूर न जाना पड़े, इसके लिए वे अपने गांव और मोहल्ले के डाकघर में आसानी से अपने बिजली बिल की अदायगी कर सकते हैं।
वहीं, निगमों के प्रवक्ता ने बताया कि लगातार तीन वर्षों से यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन ने लाभ कमाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है, 2019-20 के वित्त वर्ष में दोनों निगमों ने 29519 करोड़ 74 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त किया, इससे 331 करोड़ 39 लाख रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन ने 2018-19 में 29962 करोड़ 34 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया तथा 280 करोड़ 94 लाख रुपए का लाभ तथा 2017-18 में 28926 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया और 412 करोड़ 36 लाख रुपए का लाभ हासिल किया। यूएचबीवीएन एवं डीएचबीवीएन के सीएमडी शत्रुजीत कपूर ने इसके लिए बिजली निगमों के इंजीनियरों, तकनीकी कर्मचारियों और दूसरे स्टॉफ की मेहनत, लगन और समर्पण भाव से कार्य करने का परिणाम बताया, साथ ही उन्होंने प्रदेश के सभी बिजली उपभोक्ताओं को भी इसका श्रेय दिया जो समय पर अपने बिजली बिलों की अदायगी करते हैं। म्हारा गांव, जगमग गांव योजना भी पूरी तरह से सफल रही, आज हरियाणा के 4538 गांवों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है।
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