एबीवीपी पंचकूला इकाई ने सिटी मैजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा
आज एबीवीपी पंचकूला इकाई द्वारा सिटी मैजिस्ट्रेट सुशील कुमार को ज्ञापन सौंपा गया इस ज्ञापन में सरकार से छात्रों की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए आग्रह किया गया इस ज्ञापन में छात्रों की वर्तमान समस्याओं का उल्लेख किया गया है.
ज्ञापन का विषय था परीक्षा संबंधित समस्याएं व उनके समाधान निकालना
इन समस्याओं के समाधान हेतु माननीय राज्यपाल मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया गया था एबीवीपी द्वारा ज्ञापन मैं प्रदेश के 10000 विद्यार्थियों से बातचीत करने के पश्चात अनेक सुझाव सरकार के सामने रखे थे परंतु सरकार द्वारा उन मामलों पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया सरकार के द्वारा परीक्षा से संबंधित पत्र क्रमांक KW 18/79- 2020 UNP(4) दिनांक 12 जून 2020 को जारी इस पत्र में कुछ बिंदु अव्यावहारिक है
- अंतिम वर्ष की परीक्षाएं हरियाणा के छात्रों के लिए तो अनिवार्य हैं हरियाणा से बाहर के विद्यार्थियों के लिए आवश्यक नहीं एक ही कक्षा के विद्यार्थियों के लिए दोहरा मापदंड क्यों?
- परीक्षा की घोषणा तथा परीक्षा की तिथि में केवल 15 दिन का अंतर है करो ना कि ऐसी स्थिति में छात्र मानसिक रूप से तुरंत परीक्षा देने के लिए तैयार नहीं है
- विभाग के पत्र के अनुसार परीक्षा देने वाले छात्र हॉस्टल में नहीं ठहर पाएंगे ऐसे में दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र तथा दूर के जिलों से आने वाले परीक्षार्थी कैसे परीक्षा दे पाएंगे विशेषकर छात्राओं के लिए तो यह और भी कष्टदायक होगा
- जिन छात्रों के परिवार क्वॉरेंटाइन है वह विद्यार्थी परीक्षा देने कैसे आएगा इस विकट परिस्थिति में कोई गरीब छात्र ना तो टैक्सी करके परीक्षा देने आ पाएगा ना ही उसे कोई किराए पर घर देने को तैयार होगा
तो ऊपर दिए गए इन्हीं कुछ बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए अभाविप पंचकूला इकाई ने आज सिटी मजिस्ट्रेट यानी कि सुशील कुमार जी को ज्ञापन सौंपा और उसमें उनसे आग्रह किया कि वह दि गई मांगों को मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री तक पहुंचाएं
उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि
- उच्चतर शिक्षा विभाग की नई गाइड लाइन के अनुसार परीक्षाएं 1 जुलाई से शुरू होंगी वर्तमान परिस्थितियां देखते हुए यह परीक्षाओं के लिए अनुकूल समय नहीं है इसलिए परीक्षा पर्याप्त समय देकर करवाई जाएं एवं परीक्षाओं के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जाए
- परीक्षा केंद्र विद्यार्थियों के निकटतम के स्थानों पर बनाए जाएं
- प्रत्येक विश्वविद्यालय दूर के विद्यार्थियों के लिए जो उसके क्षेत्र में नहीं आता वह वहां के केंद्र पर एक परीक्षा केंद्र बनवाएं
- परीक्षाओं की स्थितियों पर कोविड-19 महामारी के चलते यदि छात्र संक्रमित होता है या कोई अनहोनी होती है तो इस स्थिति में छात्र का 20 लाख का बीमा होना चाहिए
- कोरोना महामारी के चलते कुछ छात्र दिया प्रिय का फॉर्म भरने से वंचित हो गए हैं उन्हें रिअपीयर का फॉर्म भरने के लिए 1 सप्ताह का समय दिया जाए
- महामारी के चलते विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है इसलिए सिलेबस को उसी अनुपात में कम किया जाए
- आगामी सत्र में दाखिला एवं प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया क्या रहेगी इसे तुरंत स्पष्ट किया जाए
- छात्रों की परीक्षा से संबंधित समस्याओं के लिए महाविद्यालय विश्वविद्यालय या कुछ हेल्पलाइन नंबर या कुछ व्हाट्सएप नंबर जारी करें जिससे छात्र सीधा अपनी समस्या की जानकारी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों को दे सके
- परीक्षा होने से 1 माह पहले डेट शीट जारी की जाए
- अगला सत्र वार्षिक किया जाए ताकि अगले सत्र की परीक्षाओं की तैयारियों के लिए छात्रों को पर्याप्त समय मिल सके
- पुरानी रिअपीयर वाले विद्यार्थी जिनके पास पेपर पास करने का वर्तमान समय में अंतिम अवसर है एवं अन्य सेमेस्टर में भी रिअपीयर वाले विद्यार्थियों को नियमित विद्यार्थियों से संबंधित बनाई जाने वाली परीक्षा पद्धति को अपनाकर ही उन्हें अवसर मिलना चाहिए ताकि उनका 1 वर्ष व्यर्थ ना हो
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