पंजाब की आर्थिकता को तबाह कर देगी खेती विरोधी अध्यादेश-भगवंत मान

  • आआपा सांसद ने प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी को पत्र लिख कर खेती सम्बन्धित तीनों ही अध्यादेश वापस लेने की मांग की
  • भगवंत मान ने गडकरी के बयान पर हरसिमरत कौर बादल से तुरंत मांगा इस्तीफा

राकेश शाह, चण्डीगढ़ – 13 जून

आम आदमी पार्टी (आआपा) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने केंद्र सरकार द्वारा सम्बन्धित लाए गए तीनों अध्यादेशों को पंजाब की कृषि व समूची आर्थिक को बर्बाद करने वाला तानाशाही फैसला करार देते हुए प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी को पत्र लिख कर मांग की है कि यह तीनों ही अध्यादेश तुरंत वापस लिए जाएं। 

      इसके साथ ही ‘आप’ सांसद ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा गेहूं व धान की फसल के बारे में निर्धारित किए जाते कम से कम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को देश की आर्थिक के लिए खतरा बताए जाने पर सख्त ऐतराज करते केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल समेत बादल परिवार पर एक वजीरी की खातिर पंजाब और किसान के हित मोदी सरकार के पास गिरवी रखने के संगीन आरोप लगाए। 

प्रधान मंत्री को लिखे पत्र को पार्टी हैडक्वाटर के द्वारा जारी करते हुए भगवंत मान ने कहा कि यदि मोदी सरकार किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (प्रोत्साहन और सहायक) अध्यादेश -2020, कीमत गारंटी और खेती सेवाओं सम्बन्धित किसान (शक्तीकरण और सुरक्षा) अध्यादेश-2020 और जरूरी वस्तुएं (संशोधन) अध्यादेश-2020 लागू करन में कामयाब हो गई तो पंजाब खास कर देहाती पंजाब की थोड़ी बहुत तड़पती अर्थ व्यवस्था पूरी तरह दम तोड़ देगी। भगवंत मान ने अपने पत्र के द्वारा इन अध्यादेशों का देश खास करके पंजाब के किसानों पर पडऩे वाले घातक प्रभावों के बारे में विस्तार के साथ जानकारी दी और जमीनी हकीकत से अवगत करवाया। 

भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इन अध्यादेशों के द्वारा सिर्फ और सिर्फ बड़ी प्राईवेट कंपनियां और कॉर्पोरेट घरानों के ही हित पूरे किए जा रहे हैं। यह देश खास कर पंजाब और हरियाणा के ‘अन्न दाता’ के साथ किया जा रहा अप्रत्याशित धोखा है। 

भगवंत मान ने कहा कि यह अध्यादेश सिर्फ किसानों और खेत मजदूरों के लिए ही नहीं बल्कि आढतियों, मुनीमों, पल्लेदार और ट्रांसपोर्टरों का भी अस्तित्व खत्म कर देंगे। 

भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार ने एमएसपी और पंजाब-हरियाणा का मंडीकरन खत्म करने का फैसला ले लिया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इस की घोषणा भी करवा दी है।

भगवंत मान ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से पूछा कि जब कैबिनेट बैठक में पंजाब के अधिकारों और किसानों पर डाका मारने का फैसला लिया जा रहा था, तब क्यों नहीं बोले। भगवंत मान ने कहा कि एमएसपी बरकरार रखने के दावे करने वाला बादल परिवार नितिन गडकरी के बयान के उपरांत कौन से मुंह लोगों में जाएगा? भगवंत मान ने हरसिमरत कौर बादल से इस्तीफा मांगते कहा कि अब पता लगेगा कि बादल परिवार पंजाब और पंजाब के किसानों के साथ खड़ा होता है या फिर कुर्सी की खातिर हमेशा के लिए पंजाब का सौदा कर जाता है।

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply