P॰G॰I॰ के प्रोफ॰ डॉ॰ यशपाल शर्मा अनुसार कोरोना वाइरस किन पर असर करेगा और बचाव के उपाय

राजविरेन्द्र वशिष्ठ

ब्रिटेन में कोरोना वायरस को लेकर हुई एक स्टडी में आशंका जताई गई है कि इस बीमारी से अमेरिका में 22 लाख और यूके (ब्रिटेन) में करीब 5 लाख मौतें होंगी. कोरोना वायरस का संक्रमण यहां तेजी से पैर पसार रहा है. इसी को लेकर ब्रिटेन में एक स्टडी की गई है. स्टडी में कहा गया है कि सरकार जितना अंदाजा लगा रही है, उससे कहीं ज्यादा मौतें होंगी. स्टडी कोरोना वायरस से होने वाले सबसे खराब हालात की ओर इशारा कर रही हैं. अब तक दुनियाभर में 7900 मौतें हो चुकीं हैं जबकि तकरीबन 3900 मौतें पिछले 7 दिनों में ही हुई हैं, और अकेले इटली ही में 1 दिन में 350 मौतों की बात कहि जा रही है।

चंडीगढ़: 

देशभर में कोरोना वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि वायरस से सबसे ज्यादा खतरा किन लोगों को हैं और इससे बचा कैसे जा सकता है. इस बारे में पीजीआई कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड एंड प्रोफेसर डॉक्टर यशपाल शर्मा का कहना है कि हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप), डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (हृदय संबंधी रोग), क्रॉनिक रेस्पिरेट्री डिजीज (सांस संबंधी रोग) और कैंसर से पीड़ित मरीजों को कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा है.

ऐसे मरीज अगर किसी कोरोना वायरस पीड़ित मरीज के संपर्क में आते हैं तो उनमें संक्रमण होना तय है. उन्होंने बताया कि वायरस से पीड़ित इस तरह के मरीजों की मृत्युदर भी सबसे ज्यादा है. डॉ यशपाल ने बताया कि बच्चों और बुर्जुगों के अलावा इन बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को सावधानी बरतने की सबसे ज्यादा जरूरत है. 

बता दें कर्नाटक के रहने वाले 76 वर्षीय जिस व्यक्ति की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हुई, उसे भी हाईपरटेंशन और अस्थमा था. डॉ यशपाल ने ज़ी मीडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि शाकाहारी, मांसाहारी खाने को लेकर सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उस पर यकीन करने की जरूरत नहीं है. 

उन्होंने कहा कि ध्यान रहे कि हाईप्रोटीन फूड ही खाएं, जंक फूड और स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें. खाना हाईजीन होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पीजीआई में आने वाले मरीजों और उनके साथ आने वालों के लिए पीजीआई के लॉन खोले जाएंगे जिससे मरीज एक-दूसरे से दूरी बनाकर बैठें.

उन्होंने कहा कि पीजीआई फैकल्टी की मीटिंग भी हुई है कि सिर्फ इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को पीजीआई आने की सलाह दी जाए. जो रेगुलर चैकअप के लिए आते हैं, वो कुछ दिनों तक पीजीआई न आएं. 

डॉ यशपाल ने बताया कि पीजीआई के हर विभाग में टेम्परेचर चैक करने के लिए भी थर्मल स्क्रीनिंग को लेकर चर्चा की गई है. 

हाईपरटेंशन, डायबिटीज और कार्डियो के मरीजों के लिए डॉ यशपाल ने दिए टिप्स

1- अपनी दवाएं लेना जारी रखें और अपने चिकित्सक द्वारा सुझाए गए आहार का सेवन करें.
2- सर्दी और फ्लू, या अन्य श्वसन लक्षणों वाले लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें.
3- जब आप खांसते या छींकते हैं तो अपने मुंह और नाक को टिशू या अपनी मुड़ी हुई कोहनी से ढक लें.
4- अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं.
5- फ्लू जैसे लक्षण दिखने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ निकट संपर्क से बचें.

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