राज्यसभा जाना है तो अध्यक्ष पद छोड़ें शैलजा: हुड्डा
धर्म पाल वर्मा, चंडीगढ़:
भारतीय जनता पार्टी में हरियाणा से राज्यसभा चुनाव के लिए दोनों सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं यद्यपि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि घोषणा मात्र बाकी है l
जैसा कि हमने कल बताया था कि पार्टी ने दलित चेहरे दुष्यंत कुमार गौतम को हरियाणा से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने का फैसला कर लिया है इसकी औपचारिक घोषणा होनी अभी बाकी है lआज और अभी खबर आई है कि पार्टी ने दूसरी सीट के लिए भी उम्मीदवार तय कर दिया है और यह और कोई नहीं राज्य में पिछड़े वर्ग के नेता रामचंद्र जांगड़ा हैं जो गोहाना से 2014 में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं l2019 में उन्हें टिकट से महरूम कर दिया गया था। जांगड़ा का नाम पिछले राज्यसभा चुनाव के समय भी चला था परंतु उस समय डीपी वत्स को उम्मीदवार बनाया गया था l
अब भाजपा ने एक पिछड़े और एक दलित को राज्यसभा में भेजने का प्रबंध कर इस बात के संकेत दे दिए हैं की हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष जाट और वह भी सुभाष बराला भी रह सकते हैं परंतु पार्टी के अंदरूनी सूत्र सैनी के नाम की ओर संकेत कर रहे हैं l
राज्य सभा के लिए तीसरी सीट के लिए उपचुनाव बाद में होना है जिसमें भाजपा बिना किसी दिक्कत के उम्मीदवार को जीता कर ले जाएगी l मौजूदा चुनाव में दूसरी सीट के लिए पार्टी ने पूरा गेम प्लान तैयार कर लिया है इससे कांग्रेस को बड़ा झटका दिया जा सकता है l
सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस के हालात बहुत खराब है बताया जा रहा है कि चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी पहचान के अनुरूप कुछ ऐसे शस्त्र दाग दिए हैं जो उनके प्रतिद्वंद्वियों विरोधियों पर भारी पड़ने वाले हैंl सूत्र बताते हैं कि नई प्रगति में रणदीप सिंह सुरजेवाला को राज्यसभा में जाने से रोक दिया है lयह एक नेगेटिव अप्रोच इस तरह से हुई है कि आलाकमान को भी हाथ खड़े करने पड़ गए हैं l
बात यहीं समाप्त नहीं होती हमारे सूत्र बता रहे हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि कुमारी शैलजा अध्यक्ष रहते राज्यसभा की उम्मीदवार बनाई गई तो उनके विधायक उनके पक्ष में वोट नहीं डालेंगे। सूत्र बता रहे हैं कि हाईकमान से यह सवाल किया गया है कि एक ही व्यक्ति अध्यक्ष और सांसद क्यों हो। और नेता कहां जाएंगे। यद्यपि इस संदर्भ में उपरोक्त संबंध नेताओं से बात नहीं हो पाई है प्रयास किए जा रहे हैं l
बताते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आगे कर दिया है इस शर्त के साथ कि यदि कुमारी शैलजा राज्यसभा के उम्मीदवार होती है तो फिर उन्हें अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ेगाl। अब स्थिति यह है कि दीपेंद्र हुड्डा को उम्मीदवार बनाया जाता है तो क्या कुमारी शैलजा के संपर्क के विधायक उन्हें वोट देंगे क्या इस फूट का लाभ भारतीय जनता पार्टी उठा ले जाएगी वैसे अभी यह पता नहीं चल पाया है कि रामचंद्र जांगड़ा को उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया जाएगा या दूसरी सीट के लिए।
उधर कांग्रेस के ही विधायक कुलदीप बिश्नोई जो भाषा बोल रहे हैं उससे भी कांग्रेस की चिंता बढ़ी हुई है कोई नहीं जानता कि कुलदीप के दिल में क्या है और वह किस किस के संपर्क में है उनके ट्वीट को अलग अलग तरीके से समझा और समझाया जा रहा है कांग्रेस के नेता अब यह जानने की कोशिश में लगे हुए हैं कि उनका किसी अन्य पार्टी नेता से कोई तालमेल तो नहीं है कांग्रेस के बड़े नेताओं की समझ में एक बात जरूर आ गई है कि केवल मात्र भूपेंद्र सिंह हुड्डा ऐसे नेता है जो इन परिस्थितियों में कांग्रेस का सांसद बना कर ला सकते हैं और यदि वे ऐसा नहीं कर पाए तो फिर कांग्रेस के लिए यह सीट जीतना आकाश सुमन बनकर रह जाएगी lबात की भी गारंटी नहीं है कि कुलदीप दीपेंद्र के उम्मीदवार होने की स्थिति में उनका समर्थन करेंगे भी या नहीं l
यदि संख्या की बात करें तो कांग्रेस के सामने एक दिक्कत और है उनका एक विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा बहुत बीमार है उनकी हालत नाशाद है फिर कांग्रेस में यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि निर्दलीय बलराज कुंडू किस का समर्थन करेंगे गोपाल कांडा किधर जाएंगे अभय सिंह चौटाला क्या करेंगे।
जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने दो सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दे दिया है उसे देखकर पक्के तौर पर यह कहा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी की तैयारी सब तरह की हैं l
स्याही प्रकरण जैसी अनियमितता की गुंजाइश नहीं
चुनाव आयोग ने राज्यसभा के चुनाव के लिए इस बार आईएएस अधिकारी अजीत बालाजी जोशी को रिटर्निंग अफसर नियुक्त किया गया है उनकी ओर से कहा गया है कि प्रत्येक विधायक को अलग बैलट पेपर अलग बैलट बॉक्स दिया जाएगा पेन देने के लिए अलग से व्यवस्था होगी i
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