बादली के बादल कुछ यू बरसेंगे

कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बादली के पूर्व विधायक नरेश प्रधान को यह संदेश देने की कोशिश की है की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाना चाहती है परंतु किसी कारण से हुड्डा साहब या दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां चुनाव लड़ने आते हैं तो वह उनकी मदद करें

धर्मपाल वर्मा, पंचकुला:

बादली विधानसभा क्षेत्र सदा कुछ खास कारणों से चर्चा में रहा है। हम हरियाणा वाली बादल की बात कर रहे है एक बादली दिल्ली में भी है इसी बादली के नाम से दिल्ली में विधानसभा हलका भी हैा 1920 में दीनबंधु सर छोटूराम बादली से ही जीतकर पंजाब असेंबली में पहुंचे थे। बादली में विधायक बने तब वे संयुक्त पंजाब में मंत्री भी बने। उस समय सर छोटू राम रोहतक जिला कांग्रेस के प्रधान भी थे परंतु उसी वर्ष उन्होंने कांग्रेस सदा के लिए छोड़ दी थी।

नरेश प्रधान हरियाणा बनने के बाद आज तक एक बार बादली में कांग्रेस को जिता पाए हैं । हम उन्हें बादली के एकमात्र कांग्रेसी विधायक के रूप में देखेंगे।

प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं आंकड़े और तथ्य सबके सामने है। बता दें कि बादली 1977 में फिर से हल्का बना तो यहां से निर्दलीय चौधरी हरद्वारी लाल विधायक बनेl उन्हें जनता पार्टी की सरकार ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय का उपकुलपति बना दिया इसके तुरंत बाद उन्होंने बादली विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया। चौधरी हरद्वारी लाल केवल 387 मतों से के अंतर से जीते थेl फिर 1978 में बादली में उपचुनाव हुआ जिसमें जनता पार्टी के उदय सिंह दलाल लगभग 10000 मतों से चुनाव जीते। फिर 1982 में धीरपाल सिंह आ गए और लोकदल के टिकट पर चुनाव जीते। उसके बाद धीरपाल सिंह ने 1987, 1991, 1996 फिर 2000 में लगातार लोक दल जनता पार्टी समता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े और जीते परंतु कांग्रेस का सपा एक बार भी नहीं लग पाया। चौधरी धीरपाल सिंह इनेलो के प्रदेश के अध्यक्ष भी रहे।

2005 में चौधरी धीर पाल सिंह को निर्दलीय रूप में नरेश प्रधान ने हराया प्रधान बादली के सरपंच भी रहे। 2009 में नरेश प्रधान कांग्रेस की टिकट पर जीते परंतु 2014 में हार गए और उन्हें हरा कर विधानसभा पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश धनखड़। अब चुनाव सिर पर हैं देखते हैं बादली में कांग्रेस दूसरी बार जीत पाती है या नहीं। ओमप्रकाश धनखड़ लगातार दूसरी बार जीत पाते हैं या नहींl दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां से चुनाव लड़ते हैं या नहीं।

वैसे बताया जा रहा है कि कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बादली के पूर्व विधायक नरेश प्रधान को यह संदेश देने की कोशिश की है की पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाना चाहती है परंतु किसी कारण से हुड्डा साहब या दीपेंद्र सिंह हुड्डा यहां चुनाव लड़ने आते हैं तो वह उनकी मदद करें।

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