Sunday, December 22

हरियाणा में राजनीतिक समीकरण बदलने से भाजपा के लिए जीत की डगर आसान नहीं रह गई है। कुछ समय पहले तक इनेलो जज्पा आदि पार्टी छोड़कर जाने वाले नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे थे परंतु अब हालात बदल गए हैं। खासतौर पर कांग्रेस में संगठन में फेरबदल के बाद।
पिछले दिनों इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने इनेलो छोड़ने की घोषणा की थी यह इनेलो के लिए बहुत बड़ा झटका था। अब एक और बड़ा झटका उस समय लग रहा है जब इनेलो 25 सितंबर को कैथल में चो देवीलाल के जन्मदिन पर सम्मान दिवस रैली की तैयारियों में जुटी हुई है।
इनेलो के लिए बुरी खबर यह है कि एक मजबूत और लोकप्रिय नेता पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी आज साय कांग्रेस में शामिल हो गए। वे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के नई दिल्ली कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा मामलों के प्रभारी गुलाम नबी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल उनकी घोषणा करेंगे।

प्रदीप चौधरी 2009 में इंडियन नेशनल लोकदल की टिकट पर कालका से विधायक बने थे। उन्होंने इनेलो के लिए कई चुनाव लड़े। ओम प्रकाश के विश्वासपात्र प्रदीप चौधरी का क्षेत्र में अच्छा खासा रसूख है और वे जनसंपर्क में कभी कोताही नहीं बरतते। इनेलो के सूत्रधार अभय सिंह चौटाला से प्रदीप चौधरी की गाढ़ी छनती थी। पता चला है कि कई और इनेलो नेता कांग्रेस के संपर्क में है जो इसी सप्ताह कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा करने वाले हैं। प्रदीप चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस को इस क्षेत्र में काफी मजबूती मिलेगी।

बता दें कि प्रदीप चौधरी और नारायणगढ़ के पूर्व विधायक रामकिशन आपस में रिश्तेदार हैं और रामकिशन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा के निकटतम विश्वास पत्रों में गिने जाते हैं। अब प्रदीप चौधरी और रामकिशन दोनों मिलकर पूरे अंबाला लोकसभा क्षेत्र में बहुत असरदार साबित होंगे सुश्री कुमारी शैलजा और ताकतवर हो जाएगी।

खबर है कि नलवा , आदमपुर, बरवाला (हिसार) आदि क्षेत्रों से लगभग 9 नेता 25 सितम्बर से पहले कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे।