84 दंगों की फ़ाइल खुलने से बढ़ेंगी कमलनाथ की मुश्किलें

एसआईटी के द्वारा जिन केसों को खोला गया है, उनमें पहले नंबर पर वसंत विहार थाने का केस नंबर 321/84, सन लाइट कालोनी पुलिस थाना में केस नंबर 372/84, कल्याणपुरी थाने में केस नंबर 424/84, संसद मार्ग पुलिस थाने में केस नंबर 601/84, कनॉट प्लेस थाने में केस नंबर 1056/84, पटेल नगर पुलिस स्टेशन में 556/84, शाहदरा पुलिस थाने में केस नंबर 607/84 को खोला जा रहा है।

नई दिल्ली: कांग्रेस के बड़े नेताओं की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. कांग्रेस सरकार में गृह और वित्त जैसा बड़ा मंत्रालय संभाल चुके पी चिदंबरम और कर्नाटक के कद्दावर डी शिवकुमार जैसे नेता जहां जेल में हैं, वहीं सोनिया गांधी और राहुल गांधी जमानत पर हैं. अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाने वाले कमलनाथ की मुश्किलें बढ़ने वाली है. गृह मंत्रालय उनके खिलाफ 1984 सिख विरोधी दंगों  के मामले की फाइल दोबारा खोलने जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामलों को फिर से खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली से विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को पत्रकारों के सामने इस बात का खुलासा किया है.

मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक ट्वीट में कहा, ‘अकाली दल के लिए एक बड़ी जीत. 1984 में सिखों के नरसंहार में कमलनाथ के कथित तौर पर शामिल होने के मामलों को SIT दोबारा खोलने जा रही है. पिछले साल मैंने गृह मंत्रालय से अनुरोध किया था, जिसके बाद मंत्रालय ने कमलनाथ के खिलाफ ताजा सबूतों पर विचार करते हुए केस नंबर 601/84 को दोबारा खोलने का नोटिफिकेशन जारी किया है.’

अकाली विधायक और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमिटी के प्रमुख सिरसा ने कहा कि SIT कमलनाथ के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही है. उन्होंने 1984 में दिल्ली स्थित रकाबगंज गुरुद्वारे में हुई हिंसा का खास जिक्र किया है.

एक अन्य ट्वीट में सिरसा ने लिखा है, ‘केस को दोबारा खोलने के लिए मैं SIT को शुक्रिया कहता हूं. जिन चश्मदीदों ने कमलनाथ को सिखों की हत्या करते देखा था, उन लोगों से मेरा अनुरोध है कि वे आगे आएं और गवाह बनें. डरने की कोई जरूरत नहीं है.’

मनजिंदर सिंह सिरसा ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा है कि दो गवाह हैं, जो कमलनाथ के खिलाफ गवाही देने के लिए तैयार हैं. इस संबंध में एसआईटी को बता दिया गया है. हालांकि उन्होंने दोनों गवाहों की सुरक्षा की भी मांग की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ गवाही देने वालों को सुरक्षा की सख्त जरूरत है.

सज्जन कुमार काट रहे हैं उम्रकैद की सजा
यहां आपको बता दें कि 1984 सिख दंगा मामले में कांग्रेस के टिकट पर तीन बार सांसद रह चुके सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा हो चुकी है. सज्जन कुमार इस वक्त सजा काट रहे हैं. मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कमलनाथ का हश्र भी सज्जन कुमार जैसा होने वाला है. सिरसा ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि कमलनाथ इकलौते ऐसे सीएम बनेंगे जो पद पर रहते हुए 1984 दंगों में गिरफ्तार होंगे.’ मालूम हो कि 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे, तब भी उनके खिलाफ 1984 सिख विरोधी दंगों के आरोपों का मामला उठा था.

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