शशि थुरूर ने स्वीकारी प्रधान मंत्री मोदी की चुनौती

पीएम मोदी के शब्द चुनौती पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने श्रृंखलाबद्ध कई ट्वीट किए, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोरमा न्यूज कॉनक्लेव में अपने एक भाषण का अंत हर दिन मातृभाषा को छोड़कर एक अन्य भारतीय भाषा के शब्द सीखने का सुझाव देकर किया. मैं हिंदी के अलावा बाकी भाषाओं में आने का स्वागत करता हूं और प्रसन्नतापूर्वक इस भाषा की चुनौती को आगे बढ़ाऊंगा.’

नई दिल्ली: 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा की चुनौती स्वीकार कर ली और ‘बहुवचनम’ शब्द ट्वीट किया, जिसका अर्थ मलयालम में बहुलवाद है. थरूर का ट्वीट पीएम मोदी के तुरंत बाद आया. पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए बात करते हुए शुक्रवार को कहा, ‘हमें कम से कम एक शब्द को देश में बोले जाने वाली 10-12 भाषाओं में लिख कर शुरुआत करनी चाहिए.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस तरह से एक व्यक्ति एक साल में 300 से ज्यादा नए शब्द सीख सकता है.’

पीएम मोदी के शब्द चुनौती पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने श्रृंखलाबद्ध कई ट्वीट किए, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोरमा न्यूज कॉनक्लेव में अपने एक भाषण का अंत हर दिन मातृभाषा को छोड़कर एक अन्य भारतीय भाषा के शब्द सीखने का सुझाव देकर किया. मैं हिंदी के अलावा बाकी भाषाओं में आने का स्वागत करता हूं और प्रसन्नतापूर्वक इस भाषा की चुनौती को आगे बढ़ाऊंगा.’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री की भाषा की चुनौती के जवाब में मैं रोजाना अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में एक शब्द ट्वीट करूंगा. अन्य लोग इसे दूसरी भाषाओं में कर सकते हैं. यहां पहला है, प्लुरलिज्म (अंग्रेजी), बहुलवाद (हिंदी), बहुवचनम (मलयालम).’ एक घंटे बाद थरूर ने बहुलवाद के मलयालम में दो और अर्थ सुझाए. थरूर कई मौके पर ट्विटर उपयोगकर्ताओं को शब्दकोश के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करते हैं.

थरूर ने हाल में पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा था, ‘यह आपके चरित्र के लिए सम्मान की बात है कि साहस व विश्वास के साथ अत्याचार के समक्ष खड़े हैं. मेरा मानना है कि अंत में न्याय की जीत होगी. तब तक के लिए हमें दुर्भावना से ग्रसित लोगों को दूसरों को दुख में देखकर खुश होने का मौका देना होगा.’

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