आरोपी सांसद अतुल राय ने अब तक संसद में शपथ भी नहीं ली है. इससे पहले अतुल राय की संपत्ति कुर्क करने का भी नोटिस उनके घर पर चस्पा किया जा चुका है. बलात्कार के आरोपी अतुल राय ने चुनाव प्रचार भी ठीक से नहीं किया था वह गिरफ्तारी से बचने के लिए गायब हो गए थे, फिर भी वह चुनाव अपने नियत प्रतिद्वंद्वी से 1 लाख से भी अधिक वोटों से जीते।
वाराणसी: दुष्कर्म के मामले में डेढ़ महीने से ज्यादा समय से वांछित घोसी के बीएसपी सांसद अतुल राय ने वाराणसी की अदालत में समर्पण कर दिया. अदालत ने 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में अतुल राय को जिला जेल भेज दिया है. आरोपी सांसद अतुल राय ने अब तक संसद में शपथ भी नहीं ली है. इससे पहले अतुल राय की संपत्ति कुर्क करने का भी नोटिस उनके घर पर चस्पा किया जा चुका है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी के सांसद अतुल राय की गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था. कोर्ट के इस फैसले के बाद अतुल राय ने अपनी याचिका वापस ले ली थी. बता दें कि इस मामले में उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी.
अतुल कुमार राय पर बलिया की एक युवती ने रेप, धोखाधड़ी और धमकी देने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया है. युवती ने बनारस के लंका थाने में अतुल कुमार राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर के मुताबिक, अतुल राय युवती को लंका स्थित एक अपार्टमेंट में झांसा देकर ले गए और उनका यौन शोषण किया. युवती ने उनपर यह आरोप भी लगाया है कि बसपा नेता ने दुष्कर्म की घटना के बाद उस पर मुंह बंद रखने का दबाव बनाते रहे.
लोकसभा चुनाव 2019 में बीएसपी ने जो 10 सीटें जीती हैं, उनमें से एक यूपी की घोसी सीट भी है. चुनाव के दौरान मतदाता इस पशोपेश में रहे कि आखिर जिसे उन्हें वोट देना है, वो अतुल राय कहां गायब हैं? हालांकि, शुरूआत में उन्होंने यहां कुछ दिनों तक प्रचार किया था, लेकिन बाद में वह लापता हो गए.
घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी के सांसद अतुल राय ने बीजेपी के हरिनारायण राजभर को एक लाख से ज्यादा मतों से हराया था.