राहुल अहमद का सिद्ध से मिलना क्या कैप्टन की सेवानिवृत्ति के संकेत हैं???
जैसे ही यह तस्वीर वाइरल हुई सोशल मीडिया पर स्द्धु अपने तौर तरीकों को ले कर ट्रोल हो गए। सिद्ध तो सिद्धू राहुल प्रियंका का भी लोगों ने खूब मज़ाक उड़ाया। पूरे भारतवर्ष में कांग्रेस की भद्द पीट गयी। जिन राज्यों के सिर पर कांग्रेस झूम रही थ वहाँ काँग्रेस के क्ष्त्रप अपने घर ई सीटें भी नहीं बचा पाये। और तो और उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को भारी बे-इज्जती सहनी पड़ी। राहुल को किसी ने भी समझाया नहीं कि अमेठी का जवाब वायनाड़ कभी भी नहीं हो सकता। न किसी ने समझाया न राहुल समझे।
काँग्रेस कि लाज बची तो सिर्फ पंजाब में, जहां भाजपा आकाली दल कि आपसी हींचतान का फायदा उठा कैप्टन ने कॉंग्रेस को 13 में से 8 सीटें दिलवाई। याद रहे स्द्धु ने पंजाब में कैप्टन के साथ मंच सांझा नहीं किए। यूनके गले में तक्लीफ़ हो गयी थी जो अगले ही दिन बिहार में पहुँचते ही ठीक हो गयी। डॉ॰ सिद्धू ने भी सीट ने मिलने के कारण बहुत एतराज जताया था ओर पंजाब में सिद्धू के प्रचार न करने को सही बताया था।
अब बड़ी बात जो इस तस्वीर से साफ होती है, वह यह कि सिद्धू ने अपनी पैठ साबित कर दी है। सिद्धू वह खिलाड़ी हैं जो एंपायर कि नहीं थर्ड अंपायर कि सुनते हैं, वह हमेशा अपने उच्च पदहियारी से भी ऊपर जा कर दोस्ती गाँठते हैं और कैप्टन के मामले में वह कई बार जता भी चुके हैं। जहां राहुल गांधी शर्मनाक चुनावी हार के बाद अपने किसी मुख्यमन्त्री से नहीं मिले वहीं सिद्धू के पहुँचते ही पूरा गांधी- वाड्रा परिवार सिद्धू की खिदमत में आ खड़ा हुआ।
तय है पंजाब कांग्रेस के हाथ से गया। कैप्टन पहले ही इसे अपनी आखिरी पारी घोषित कर चुके हैं।
नई दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनबन खत्म कराने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. पार्टी सूत्रों ने यहां सोमवार को यह संभावना प्रकट की. सूत्रों ने कहा कि वरिष्ठ नेता पटेल को पार्टी के व्यापक हित में यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
दरअसल, पार्टी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के लिए दोनों नेता महत्वपूर्ण हैं. अमरिंदर सिंह पंजाब में कांग्रेस के लोकप्रिय नेता हैं तो सिद्धू राज्य के बाहर पार्टी के अहम प्रचारक रहे हैं.
सिद्धू को पिछले हफ्ते अमरिंदर सिंह ने नया विभाग सौंपा था, मगर उन्होंने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है. सोमवार को वह यहां पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले.
सिद्धू ने ट्वीट किया, “कांग्रेस अध्यक्ष से मिला. उन्हें अपना पत्र सौंपा, हालात से अवगत कराया.” ट्वीट के साथ उन्होंने एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें वह राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा गांधी और अहमद पटेल के साथ खड़े हैं.
Met the congress President, handed him my letter, appraised him of the situation !15.3K9:58 AM – Jun 10, 20194,303 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy
मंत्री और मुख्यमंत्री के बीच तनातनी फिर शुरू हो गई है. दरअसल, शनिवार को घोषित सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों व योजनाओं की समीक्षा के लिए बनी महत्वपूर्ण परामर्श समितियों से सिद्धू को बाहर रखा है. सिद्धू पार्टी के शीर्ष नेताओं से बातचीत के लिए शुक्रवार से ही राष्ट्रीय राजधानी में डेरा जमाए हुए हैं.
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