बंगाल में चुनावी हिंसा के शिकार कार्यकर्ताओं के परिवारों को प्रधान मंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता
बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 16-06-2013 को नृपेन मंडल नाम के कार्यकर्ता की हत्या हुई थी. बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी 2 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. भाजपा ने चुनावों के दौरान मारे गए अपने कार्यकर्ताओं के परिवारों को शपथ ग्रहण समारोह में बुला कर न केवल बंगाल के कार्यकर्ता का मनोबल ऊंचा किया है बल्कि यह साफ संदेश भी दिया है कि नेतृत्व सदैव अपने कर्मठ कार्यर्ताओं के साथ खड़ा है।
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचड़ जीत हासिल करने के बाद बीजेपी, नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों में जुट गई है. केंद्र की सत्ता में दूसरी पारी खेलने से पहले बीजेपी ने मास्टरस्ट्रोक खेलते हुए पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हुई थी हत्या
बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 16-06-2013 को नृपेन मंडल नाम के कार्यकर्ता की हत्या हुई थी. बीजेपी के रिकॉर्ड के मुताबिक 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी 2 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. इनके नाम चंदन साव और शांतू घोष है. पार्टी की ओर से कहा गया है कि वह इन दोनों ही कार्यकर्ताओं के परिवारवालों को दिल्ली के संसद भवन में 30 मई को आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का आग्रह किया है
शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए उत्साहित हैं
बीजेपी की ओर से मिले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण पत्र मिलने के बाद कार्यकर्ताओं के परिवारवालों में थोड़ी सी खुशी देखी जा रही है. मिदनापुर हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजन (जो राजनीतिक हिंसा में पश्चिम बंगाल में मारे गए थे) ने पीएम नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया. स्वर्गीय मनु हांसदा के बेटे का कहना है, “मेरे पिता को टीएमसी के गुंडों ने मार डाला. हम खुश हैं कि हम दिल्ली जा रहे हैं. हमारे इलाके में अब शांति है.”
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