सुरजेवाला ने हरियाणा के दोषी अधिकारियों पर उचित कार्यवाही की मांग की
चंडीगढ़- अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज व केन्द्रिय कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा पुलिस द्वारा करनाल के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में घुसकर निहत्थे छात्र-छात्राओं और स्टाफ मेंबर्स पर नृशंस लाठीचार्ज करने की घोर निंदा करते हुए खट्टर सरकार को ‘निर्मम और बेरहम सरकार’ की संज्ञा दी है।
सुरजेवाला ने यहां जारी बयान में कहा कि कल यानी 13 अप्रैल को जालियांवाला बाग हत्याकांड के 100 साल पूरे होने पर जहाँ पूरा देश शहीदों को नमन कर रहा है वहीँ हरियाणा की पुलिस करनाल में अपने साथी छात्र की सड़क दुर्घटना में हुई मौत पर प्रदर्शन कर न्याय मांग रहे निर्दोष छात्र-छात्राओं पर हरियाणा पुलिस द्वारा नृशंस लाठीचार्ज करके अंग्रेजी कुशासन की याद दिला रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह संस्थान के कैंपस में घुसकर संस्थान के छात्र-छात्राओं के साथ स्टाफ के साथ मारपीट की गई है वो अति निंदनीय और शर्मनाक है, जो भाजपा सरकार के निकम्मेपन, नाकारापन और छात्र विरोधी सोच को दर्शाता है।
भाजपा सरकार के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के नारे पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि छात्राओं पर लाठीचार्ज से भाजपा के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के नारे की भी पोल खोलता है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा-पानीपत की इसी धरती पर दिया था जो आज “बेटी सताओ, बेटी पिटवाओ”‘ में तब्दील हो गया है।
सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर जन हितैषी प्रशासन और सरकार देने में लगातार विफल रहे हैं, उनके शासन में पुलिस बार-बार अपराधियों व दंगाइयों के सामने बेबस परन्तु अपना हक़ और न्याय मांग रहे नागरिकों पर पूरी तरह बेक़ाबू और निरंकुश नजर आती है। उन्होंने याद दिलाया कि इस खट्टर सरकार ने अपने शासनकाल में अपने हकों के लिए लड़ रहे लोगो की आवाज को लाठियों से दबाने का प्रयास किया है, चाहे वो गुरुग्राम के रेयान स्कूल में छात्र हत्याकांड में न्याय मांग रहे अभिभावकों पर लाठीचार्ज की बात हो, किसानों पर लाठीचार्ज की बात हो, नर्सिंग छात्राओं की बात हो या सरकारी कर्मचारियों पर लाठीचार्ज की बात हो, ऐसे अनेक मौकों पर इस सरकार सरकार ने लाठी डंडों के दम पर हरियाणा प्रदेश की जनता की आवाज दबाने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री खट्टर से इस बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के लिए सार्वजानिक माफ़ी और दोषी प्रशासनिक अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही की मांग के साथ सुरजेवाला ने छात्र-छात्राओं की उचित मांगों को तुरंत मानने की मांग की है ।
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