“अगर मोदी वाराणसी से दोबारा जीत जाते हैं और प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.” रेवन्ना
आज लोक सभा के महोत्सव का पहला चरण सम्पन्न हुआ मतदाताओं ने खूब ज़ोर शोर से इस महोत्सव का आनंद लिया और बढ़ चढ़ कर मतदान किया। उत्तर भारत में दो लोकसभा चुनाव क्षेत्रों में नामांकन भरे गए। दोनों जगहों पर समर्थकों का उत्साह देखते ही बनता था। वहीं आज लोकतन्त्र को शर्मसार करने वाला बयान भी आया, यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के बड़े पुत्र और कर्नाटका के मुख्य मंत्री कुमारस्वामी के बड़े भाई की ओर से आया। उन्होने कहा की यदि राष्ट्र की जनता एक बार फिर मोदी को प्रधानमंत्री चुनती है तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। अर्थात वह जनमत को नकारते हुए अपने वक्तव्य पर अडिग रहेंगे। चुनावी जुमले तो पहले भी आते रहते थे परंतु इतना डैम रखने वाले वादे से मुकरना कठिन होगा। आम जनता का कहना है की रेवन्ना अब अप्रासंगिक हो चुके हैं अत: उनसे ऐसे बयान की अपेक्षा की जा सकती है।
मैसुरू: लोकसभा चुनाव 2019 की बिसात पर नेताओं के अपने-अपने वादे हैं, अपने-अपने वचन हैं. अब उनका पालन कितना होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बड़े बेटे एचडी रेवन्ना कर्नाटक सरकर में मंत्री हैं. रेवन्ना ने गुरुवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से दोबारा जीतकर प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
बेंगलुरू से लगभग 150 किलोमीटर दूर मैसुरू में रेवन्ना ने संवाददाताओं से कहा, “अगर मोदी वाराणसी से दोबारा जीत जाते हैं और प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. बीजेपी इस बार सत्ता में नहीं आएगी.”
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बड़े भाई रेवन्ना मैसुरू से कांग्रेस प्रत्याशी सीएच विजयशंकर के प्रचार के लिए आए थे, जो यहां से बीजेपी के वर्तमान सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, “
यूपीए को दोबारा सत्ता में लाने और सांप्रदायिक बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए हमारी पार्टी ने चुनाव पूर्व कांग्रेस से गठबंधन किया है, क्योंकि हमने देशभर के परेशान किसानों के हितों की रक्षा की है.”
रेवन्ना ने कहा, “मैं यह जानना चाहता हूं कि मोदी ने पिछले पांच सालों में किसानों के लिए क्या किया है. राज्य सरकार ने हालांकि 15 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिलाने के लिए केंद्र सरकार को उनकी सूची भेजी थी, जिसके लिए मोदी कहते हैं कि केंद्र को वह सूची अभी तक नहीं मिली है. यह झूठ है.”
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!